नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय
तस्मै नकाराय नमः शिवाय
मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय
नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय ।
मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय
तस्मै मकाराय नमः शिवाय
शिवाय गौरीवदनाब्जबृंदा
सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।
श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय
तस्मै शिकाराय नमः शिवाय
वशिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमूनीन्द्र
देवार्चिता शेखराय ।
चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय
तस्मै वकाराय नमः शिवाय
यज्ञस्वरूपाय जटाधराय
पिनाकहस्ताय सनातनाय ।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय
तस्मै यकाराय नमः शिवाय
पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमावाप्नोति शिवेन सह मोदते
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,
भस्माङ्गरागाय महेश्वराय,
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय,
तस्मै न काराय नमः शिवाय।
हो तेरी गोद में ना जाने,
कितने युग हैं मेरे बीते,
मुझको तुम मिल जाओ इक दिन,
ऐसी आस में हम जीते,
तेरी शरण जो आया,
सारी दुनियां भुलाया,
तेरी भक्ति पाके दुनिया में,
नाम कमाया,
तो बोलो हर हर,
हे शिवा शिवा,
हो शिवा शिवा।
मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय
नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय ।
मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय
तस्मै मकाराय नमः शिवाय
हो तेरे भक्तों को है तूने,
अपने सीनें से लगाया,
रातों में सपनों में आके,
तूने दरस दिखाया,
तेरे दरपे जो भी आया,
संग उसके तेरा साया,
जिसनें माँगा जो भी तुझसे,
झोली भरकर पाया,
तो बोलो हर हर,
हे शिवा शिवा,
हो शिवा शिवा।
वशिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्यमूनीन्द्र
देवार्चिता शेखराय ।
चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय
तस्मै वकाराय नमः शिवाय
हे शिवा शिवा,
हो शिवा शिवा।
हो करते हैं तेरी तपस्या,
तू हल करता हर समस्या,
तुझे ढूंढूं कहाँ किस गलियों में,
खोल दे रहस्य,
भवसागर से पार उतारो,
सबकी बिगड़ी को संवारो,
आये शरण तिहारो,
मिलकर शिव का नाम पुकारो।
यज्ञस्वरूपाय जटाधराय
पिनाकहस्ताय सनातनाय ।
दिव्याय देवाय दिगम्बराय
तस्मै यकाराय नमः शिवाय
पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसंनिधौ ।
शिवलोकमावाप्नोति शिवेन सह मोदते
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