Current Date: 26 Dec, 2024

शिव चालीसा लिरिक्स (Shiv Chalisa Lyrics)

- Madhusmita


शिव चालीसा लिरिक्स हिंदी में (Shiv Chalisa Lyrics In Hindi)

॥ दोहा ॥
जय गणेश गिरिजा सुवन,
मंगल मूल सुजान ।
कहत अयोध्यादास तुम,
देहु अभय वरदान ॥

॥ चौपाई ॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला ।
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥
 
भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
कानन कुण्डल नागफनी के ॥
 
अंग गौर शिर गंग बहाये ।
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥
 
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4
 
मैना मातु की हवे दुलारी ।
बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥
 
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।
करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥
 
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥
 
कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8
 
देवन जबहीं जाय पुकारा ।
तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥
 
किया उपद्रव तारक भारी ।
देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥
 
तुरत षडानन आप पठायउ ।
लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥
 
आप जलंधर असुर संहारा ।
सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12
 
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई ।
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥
 
किया तपहिं भागीरथ भारी ।
पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥
 
दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं ।
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥
 
वेद नाम महिमा तव गाई।
अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16
 
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला ।
जरत सुरासुर भए विहाला ॥
 
कीन्ही दया तहं करी सहाई ।
नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥
 
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा ।
जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥
 
सहस कमल में हो रहे धारी ।
कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20
 
एक कमल प्रभु राखेउ जोई ।
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥
 
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥
 
जय जय जय अनन्त अविनाशी ।
करत कृपा सब के घटवासी ॥
 
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै ।
भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24
 
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो ।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥
 
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।
संकट से मोहि आन उबारो ॥
 
मात-पिता भ्राता सब होई ।
संकट में पूछत नहिं कोई ॥
 
स्वामी एक है आस तुम्हारी ।
आय हरहु मम संकट भारी ॥ 28
 
धन निर्धन को देत सदा हीं ।
जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥
 
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥
 
शंकर हो संकट के नाशन ।
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥
 
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
शारद नारद शीश नवावैं ॥ 32
 
नमो नमो जय नमः शिवाय ।
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥
 
जो यह पाठ करे मन लाई ।
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥
 
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥
 
पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ 36
 
पण्डित त्रयोदशी को लावे ।
ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
 
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा ।
ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥
 
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे ।
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥
 
जन्म जन्म के पाप नसावे ।
अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ 40
 
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी ।
जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥
 
॥ दोहा ॥
नित्त नेम कर प्रातः ही,
पाठ करौं चालीसा ।
तुम मेरी मनोकामना,
पूर्ण करो जगदीश ॥
 
मगसर छठि हेमन्त ॠतु,
संवत चौसठ जान ।
अस्तुति चालीसा शिवहि,
पूर्ण कीन कल्याण ॥

शिव चालीसा लिरिक्स अंग्रेजी में (Shiv Chalisa Lyrics In English)

Doha
Jai Ganesh Girija Suvan,  
Mangal Mool Sujan.  
Kahat Ayodhyadas Tum,  
Dehu Abhay Varadan.  
 
Chaupai
Jai Girija Pati Deen Dayala,  
Sada Karat Santan Pratipala.  
 
Bhal Chandrama Sohat Nike,  
Kanan Kundal Nagaphani Ke.  
 
Ang Gaur Shir Gang Bahaye,  
Mundamal Tan Kshar Lagaye.  
 
Vastr Khal Baghambar Sohe,  
Chhavi Ko Dekhi Nag Man Mohe.  
 
Maina Matu Ki Have Dulari,  
Baam Ang Sohat Chhavi Nyari.  
 
Kar Trishul Sohat Chhavi Bhari,  
Karat Sada Shatrun Kshayakari.  
 
Nandi Ganesh Sohai Tahan Kaise,  
Sagar Madhya Kamal Hain Jaise.  
 
Kartik Shyam Aur Ganrau,  
Ya Chhavi Ko Kahi Jaat Na Kaau.  
 
Devan Jabahin Jaay Pukara,  
Tab Hi Dukh Prabhu Aap Nivara.  
 
Kiya Upadrav Tarak Bhari,  
Devan Sab Mili Tumhin Juhari.  
 
Turat Shadanan Aap Pathaayo,  
Lavanimesh Mahan Mari Girayo.  
 
Aap Jalandhar Asur Sanhara,  
Suyash Tumhar Vidit Sansara.  
 
Tripurasur San Yudh Machai,  
Sabahi Kripa Kar Leen Bachai.  
 
Kiya Tapahin Bhagirath Bhari,  
Purab Pratigya Tasu Purari.  
 
Danin Mahin Tum Sam Koi Nahi,  
Sevak Stuti Karat Sadaahi.  
 
Ved Naam Mahima Tav Gaai,  
Akath Anadi Bhed Nahi Pai.  
 
Prakati Uddadhi Manthan Mein Jwala,  
Jarat Surasur Bhae Vihala.  
 
Kini Daya Tahan Kari Sahai,  
Neelkanth Tab Naam Kahai.  
 
Pujan Ramchandra Jab Kinha,  
Jeet Ke Lanka Vibhishan Dinha.  
 
Sahas Kamal Mein Ho Rahe Dhari,  
Kini Pariksha Tabahi Purari.  
 
Ek Kamal Prabhu Rakhewu Joi,  
Kamal Nayan Pujan Chahan Soi.  
 
Kathin Bhakti Dekhi Prabhu Shankar,  
Bhae Prasanna Diye Ichhit Var.  
 
Jai Jai Jai Anant Avinashi,  
Karat Kripa Sab Ke Ghatvasi.  
 
Dusht Sakal Nit Mohi Sataave,  
Bhramat Rahun Mohi Chain Na Aave.  
 
Trahim Trahim Main Nath Pukaro,  
Yehi Avasar Mohi Aan Ubaro.  
 
Lai Trishul Shatrun Ko Maaro,  
Sankat Se Mohi Aan Ubaro.  
 
Maat Pita Bhrata Sab Hoi,  
Sankat Mein Puchhat Nahi Koi.  
 
Swami Ek Hai Aas Tumhari,  
Aay Harahu Mam Sankat Bhari.  
 
Dhan Nirdhan Ko Det Sada Hi,  
Jo Koi Jaanche So Phal Paahi.  
 
Astuti Kehi Vidhi Karain Tumhari,  
Kshamahu Nath Ab Chook Hamari.  
 
Shankar Ho Sankat Ke Nashan,  
Mangal Karan Vighn Vinashan.  
 
Yogi Yati Muni Dhyan Lagave,  
Sharad Narad Shish Navaave.  
 
Namo Namo Jay Namah Shivay,  
Sur Brahmadik Paar Na Paay.  
 
Jo Yeh Path Kare Man Laaye,  
Ta Par Hota Hai Shambhu Sahai.  
 
Riniyan Jo Koi Ho Adhikari,  
Path Kare So Paavan Haari.  
 
Putra Heen Kar Ichha Joi,  
Nishchay Shiv Prasad Tehi Hoi.  
 
Pandit Trayodashi Ko Laave,  
Dhyaan Purvak Hom Karaave.  
 
Trayodashi Vrat Kare Hamesha,  
Take Tan Nahin Rahai Kalesha.  
 
Dhoop Deep Naiyvedya Chadhaave,  
Shankar Sammukh Path Sunaave.  
 
Janma Janma Ke Paap Nasaave,  
Ant Dhaam Shivpur Mein Paave.  
 
Kahain Ayodhyadas Aas Tumhari,  
Jaani Sakal Dukh Harahu Hamari.  
 
Doha
Nitt Nem Kar Praatah Hi,  
Path Karau Chalisa.  
Tum Meri Manokamana,  
Pooran Karo Jagadish.  
 
Margasar Chhati Hemant Rutu,  
Samvat Chaunsath Jaan.  
Astuti Chalisa Shivahi,  
Pooran Kin Kalyan.

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