Current Date: 18 Dec, 2024

श्री शिरडी साईं बाबा आरती

- Tara Devi


।। आरती श्री साई जी की ।।

F: आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
F: जाके कृपा  विपुल सुख कारी
कोरस: जाके कृपा विपुल सुख कारी
F: दुःख शोक संकट भयहारी
कोरस: दुःख शोक संकट भयहारी
F: जाके कृपा विपुल सुख कारी
दुःख शोक संकट भयहारी
आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की 
F: शिर्डी में अवतार रचाया 
कोरस: शिर्डी में अवतार रचाया
F: चमत्कार से तत्व दिखाया
कोरस: चमत्कार से तत्व दिखाया
F: शिर्डी में अवतार रचाया 
चमत्कार से तत्व दिखाया
 आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: कितने भक्त चरण पर आए
कोरस: कितने भक्त चरण पर आए
F: वे सुख़ शांति निरंतर पाए
कोरस: वे सुख़ शांति निरंतर पाए
F: कितने भक्त चरण पर आए
 वे सुख़ शांति निरंतर पाए
 आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की 
F: भाव धरे जो मन मैं जैसा
कोरस: भाव धरे जो मन मैं जैसा
F: पावत अनुभव वो ही वैसा
कोरस: पावत अनुभव वो ही वैसा
F: भाव धरे जो मन मैं जैसा
पावत अनुभव वो ही वैसा
आरती श्रीसाई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: गुरु को उदी लगावे तन को 
कोरस: गुरु को उदी लगावे तन को 
F: समाधान लाघत उस मन को
कोरस: समाधान लाघत उस मन को
F: गुरु को उदी लगावे तन को 
समाधान लाघत उस मन को
आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: साईं नाम सदा जो गावे 
 कोरस: साईं नाम सदा जो गावे 
F: सो फल जग में साश्वत पावे
कोरस: सो फल जग में साश्वत पावे
F: साईं नाम सदा जो गावे 
सो फल जग में साश्वत पावे
आरती श्रीसाई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: गुरुवार सदा करे पूजा सेवा
कोरस: गुरुवार सदा करे पूजा सेवा 
F: उस पर कृपा करत गुरु देवा
कोरस: उस पर कृपा करत गुरु देवा
F: गुरुवार सदा करे पूजा सेवा 
उस पर कृपा करत गुरु देवा
आरती श्रीसाई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: राम कृष्ण हनुमान रूप में
कोरस:  राम कृष्ण हनुमान रूप में
F: दे दर्शन जानत जो मन में
कोरस: दे दर्शन जानत जो मन में
F: राम कृष्ण हनुमान रूप में 
दे दर्शन जानत जो मन में
आरती श्रीसाई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: विविध धरम के सेवक आते
कोरस: विविध धरम के सेवक आते 
F: दर्शनकर इचित फल पाते
कोरस: दर्शनकर इचित फल पाते
F: विविध धरम के सेवक आते
दर्शनकर इचित फल पाते
आरती साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: जय बोलो साई बाबा की
कोरस: जय बोलो साई बाबा की
F: जय बोलो अवधूत गुरु की
कोरस: जय बोलो अवधूत गुरु की
F: जय बोलो साई बाबा की
जय बोलो अवधूत गुरु की
आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
F: साई दास आरती को गावे 
कोरस: साई दास आरती को गावे 
F: घर में बसी सुख़ मंगल पावे
कोरस: घर में बसी सुख़ मंगल पावे
F: साई दास आरती को गावे 
घर में बसी सुख़ मंगल पावे
आरती श्री साई गुरुवर की 
परमानन्द सदा सुरवर की
कोरस: आरती श्री साई गुरुवर की
परमानन्द सदा सुरवर की
 

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