Current Date: 22 Dec, 2024

षट्तीला एकादशी कथा

- Traditional


M:-        अति वरदानी अति कल्याणी कथा सुनाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
इक निर्धन लाचार की तुमको व्यथा बताता हूँ
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

M:-        कथा बड़ी प्राचीन है भक्तो तुम्हे सुनाता हूँ 
इक निर्धन परिवार से तुमको आज मिलाता हूँ
 कोरस :-     आज मिलाता हूँ
M:-        नगर बनारस में रहता था इक अहीर परिवार 
दीन हीन हालात थी उसकी वो  था बड़ा लाचार
 कोरस :-     वो  था बड़ा लाचार
M:-        जंगल से वो काटके लकड़ी उसे बेचता था 
मिलता था जो धन उसको घर उसी से चलता था 
कोरस :-     उसी से चलता था 
M:-        जिस दिन लकड़ी ना बिकती वो सोते थे भूखे 
थी उनकी तकदीर भी रूठी ईश्वर थे रूठे 
कोरस :-     रूठी ईश्वर थे रूठे 
M:-        उनकी आँखों से बहती जलधार दिखाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ 
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

M:-        एक रोज वो लकड़ी ले के जंगल से आया 
नगर सेठ के घर सिर धर के लकड़ी पहुंचाया 
कोरस :-     लकड़ी पहुंचाया
M:-        उत्सव हो रहा था घर में चल रही थी तैयारी
शंख नाद हो रहा वहां थी भीड़ बड़ी भारी 
कोरस :-     भीड़ बड़ी भारी 
M:-        लकड़ी उतार के रख दी उसने सेठ के आंगन में 
कैसा है ये उत्सव ये उत्सुकता थी मन में 
कोरस :-     उत्सुकता थी मन में 
M:-        खड़े खड़े कुछ देर वही से दृश्य देखता है 
हाथ जोड़ फिर सेठ से हर परिद्श्य पूछता है 
कोरस :-     परिद्श्य पूछता है 
M:-        जो बतलाया सेठ ने उसको वो बतलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ 
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

M:-        हँसते हुए फिर बड़े प्यार से उसे बताते है 
कैसा उत्सव है घर में उसको समझाते है
कोरस :-      उसको समझाते है
M:-        आज षट्तीला एकादशी की हो रही तैयारी 
एकादशी के व्रत की उत्तम महिमा है न्यारी 
कोरस :-      महिमा है न्यारी
M:-        इसके व्रत करने से सारे कट जाते है पाप 
रोग दोष सब मिट जाते मिटता है संताप 
कोरस :-     मिटता है संताप
M:-        विधिवत व्रत करने से हर कंगाली टलती है 
मिलता है धन्य धान्य और खुशहाली मिलती है
 कोरस :-     खुशहाली मिलती है
M:-        इसीलिए मै एकादशी त्यौहार मनाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ 
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

M:-        लकड़ी के पैसे ले कर बाजार को जाता है 
एकादशी के व्रत का हर सामान ले आता है 
कोरस :-     सामान ले आता है 
M:-        दो दिन से कुछ खाया नहीं था ना वो ना परिवार 
शाम को सबने मिल के मनाया एकादशी त्यौहार 
कोरस :-     मनाया एकादशी त्यौहार 
M:-        विधिवत और यथा शक्ति से पूजन करते है 
भूखे बितायी रात और भोर में भोजन करते है 
कोरस :-     भोजन करते है
M:-        कृपा हो गई उनके ऊपर हो गए वो धनवान 
कुछ ही दिनों में सारे नगर में मिलने लगा सम्मान 
कोरस :-      मिलने लगा सम्मान 
M:-        ऐसी पावन एकादशी को शीश नवाता हूँ 
 मै कथा सुनाता हूँ 
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

M:-        एकादशी का फल मिलने में होती नहीं है देर 
कोरस :-     होती नहीं है देर 
M:-        देर अगर  हो जाए भी तो होती नहीं अंधेर 
जिस जी ने व्रत किया है उसने मन वांछित पाया 
कोरस :-     मन वांछित पाया 
M:-        दुःख दारिद या संकट कोई पास नहीं आया 
एकादशी का व्रत करने से त्रास नहीं मिलता 
कोरस :-     त्रास नहीं मिलता 
M:-        अंत समय में धर्म रात का पाश नहीं मिलता 
श्री विष्णु जी की कृपा से वो मोक्ष धाम जाए 
कोरस :-     मोक्ष धाम जाए 
M:-        जन्म मरण के कष्टों से फिर मुक्ति मिल जाए 
ऐसी उत्तम एकादशी की महिमा गाता हूँ
 मै कथा सुनाता हूँ 
षट्तीला एकादशी की मै महिमा दिखलाता हूँ 
मै कथा सुनाता हूँ
कोरस :-     अति उत्तम एकादशी है  षट्तीला एकादशी 
सर्वोत्तम एकादशी है षट्तीला एकादशी 

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