शंकर भोले तेरी महिमा है अपार
करता हरदम बोला भक्तों का बेड़ा पार
1.
रूप गजब तेरी शान निराली
हाथ में बाबा तेरे भांग की प्याली
दर्शन दे दो मुझको तू आकर एक बार
करता हरदम भोला भक्तों …………..
2
जब-जब भक्तों पर भीड़ पड़ी है
छोड़ समाधि तुमने पीड़ हरि है
राह तकु मैं बाबा तेरी बारंबार
करता हरदम शंकर भोले ………….
3
भक्ति ने जानू बाबा जानू ना पूजा
इतना ही जानू तुम बिन कोई ना दूजा
भक्ति ही है विनती बाबा से बारंबार
करता हरदम शंकर भोले ………….
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