सत्य है जग में शिव का सार-२
शिव का अर्थ है मंगलकारी -२, शंकर का संघार
सत्य है जग में शिव का सार....................
चाहे सतयुग हो या त्रेता या द्वापर या कलयुग हो
हर युग हर काल में केवल समाहित शिवजी तुम हो
कही कैलाश पेट बन कही नंदीश्वर बनकर
कही पर भीमाशंकर कही नागेश्वर बनकर
महाकाल है काल चक्र पे गति के स्वयं आधार
सत्य है जग में शिव का सार.....................
नाम देवो के देव का है अमृत देने वाला
आपदा दुःख बढ़ाये शोक सब हरने वाला
पुराणों में वर्णित है वेद की कही रचाये
सुखो के संसाधन सब जगत में शिव से आये
करके असंभव को संभव शिव करते बेडा पार
सत्य है जग में शिव का सार.....................
शिव की पूजा से बढ़कर नहीं है पूजा कोई
दयालु भोले जैसा नहीं है दूजा कोई
देवो में महादेव ही है सबसे बढ़कर दानी
ये माना है ऋषियों ने कही धर्मो के ज्ञानी
वंदन है कुलदीप सत्येंद्र वंदन है कैलाश सत्येंद्र
सत्य है जग में शिव का सार.....................
सत्य है जग में शिव का सार-२
शिव का अर्थ है मंगलकारी -२, शंकर का संघार
सत्य है जग में शिव का सार....................
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