M:- मेरे राघव जी सरकार बाल रूप में है अपनी सखाओ के साथ सरजू माँ के तट
पर खेल रहे है आज गुरुदेव वशिष्ठ जी की दृष्टि पड़ी कहते है -
M:- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
कोरस :- है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
M:- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- अनुज सखा के संग प्रेम उमंग रंग
कोरस :- अनुज सखा के संग प्रेम उमंग रंग
M:- जय हो राघव सरकार की
अनुज सखा के संग प्रेम उमंग रंग
कोरस :- अनुज सखा के संग प्रेम उमंग रंग हो
M:- कर ले तरंग संग खेले रघुनन्दन बबुअल
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- चिक्कन कपोल सोहे लोचन बिलोल जोहे
कोरस :- चिक्कन कपोल सोहे लोचन बिलोल जोहे
M:- चिक्कन कपोल सोहे लोचन बिलोल जोहे
चिक्कन कपोल सोहे लोचन बिलोल जोहे
आजन अमोल मोल खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- खेले भोरा चख डोरी अवध के खोरी खोरी
कोरस :- खेले भोरा चख डोरी अवध के खोरी खोरी
M:- खेले भोरा चख डोरी अवध के खोरी खोरी
गिरधर के चितचोर खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
है हो रघुनन्दन बबुआ देखा सखा के संगवा
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
कोरस :- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
M:- सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
सरजू के तीर आज खेले रघुनन्दन बबुआ
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