तेरे नाम ने बाबा,
कितनो को है तारा,
तेरी रहमत हो जिस पर,
चमका वो सितारा,
सांवरे देखो ना एक नज़र,
सांवरे चाहूँ मैं तेरी मेहर।।
तर्ज – तुमसे जुदा होकर।
तेरी किरपा के चर्चे,
जग से सुनता आया,
आया जो दर पे मैं,
विश्वास एक पाया,
महसूस किया मैंने,
तू हारे का सहारा,
तेरी रहमत हो जिस पर,
चमका वो सितारा,
सांवरे देखो ना एक नज़र,
सांवरे चाहूँ मैं तेरी मेहर।।
मैं चिंतन जब करता,
तेरा दर्शन पाता हूँ,
व्याकुल हो मन फिर भी,
खुद को समझाता हूँ,
ठोकर भले खाऊं,
पर मैं नहीं हारा,
तेरी रहमत हो जिस पर,
चमका वो सितारा,
सांवरे देखो ना एक नज़र,
सांवरे चाहूँ मैं तेरी मेहर।।
तूने मुझको तारा,
था मैं फिरता मारा,
तेरा नाम गाकर के,
चलता है गुजारा,
‘राजा’ कहता बाबा,
रहे साथ तुम्हारा,
तेरी रहमत हो जिस पर,
चमका वो सितारा,
सांवरे देखो ना एक नज़र,
सांवरे चाहूँ मैं तेरी मेहर।।
तेरे नाम ने बाबा,
कितनो को है तारा,
तेरी रहमत हो जिस पर,
चमका वो सितारा,
सांवरे देखो ना एक नज़र,
सांवरे चाहूँ मैं तेरी मेहर।।
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