Current Date: 18 Nov, 2024

साजा है भोले का दरबार

- अटल बिहारी


डमरू वाले त्रिशूल वाले
गले में बैठा नाग
कितना प्यारा है श्रृंगार
सज़ा है भोले का दरबार
हम को भोले पे अएतबार

मेरे भोले भंडारी करे बसहा की सवारी
करो कृपा हे अघोरी
हाथ जोड़े दुखियारी
मेरे मान में तूही विराजे
दर्शन दे दो आज

कितना प्यारा है श्रृंगार
सज़ा है भोले का दरबार
हम को भोले पे अएतबार

आँख तो खोले भोले
लाया हू भंग के गोले
तुम्ही संसार के रक्षक
पहने मृगा के छोले
समझ गये मेरे मान की
इच्छा पूरी करदो आस

कितना प्यारा है श्रृंगार
सज़ा है भोले का दरबार
हम को भोले पे अएतबार

डमरू वाले त्रिशूल वाले
गले में बैठा नाग
कितना प्यारा है श्रृंगार
सज़ा है भोले का दरबार
हम को भोले पे अएतबार

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