Current Date: 22 Nov, 2024

सजा दो दर को फूलो से

- Devendra Pathak


कोरस :-    अम्बे मैया आयी है घर में खुशिया लायी है
    जगदम्बे मैया आयी है घर में खुशिया लायी है
M:-    सजा दो दर को फूलो से
    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
कोरस :-    सजा दो दर को फूलो से
    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
M:-    माँ का नवरात आया है माँ का नवरात आया है
    सम्पदा कीर्ति यश वैभव
    सम्पदा कीर्ति यश वैभव व सुख समृद्धि लाया है
कोरस :-    सम्पदा कीर्ति यश वैभव
    सम्पदा कीर्ति यश वैभव व सुख समृद्धि लाया है
M:-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है

M:-    पखारो माँ के चरणों को बहा दो प्रेम की गंगा
कोरस :-     आ आ आ आ आ
M:-    पखारो माँ के चरणों को बहा दो प्रेम की गंगा
    बिछा दो फूल पल को से
कोरस :-     बिछा दो फूल पल को से
 M:-    माँ का नवरात आया है
कोरस :-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है 
M:-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
कोरस :-    अम्बे मैया आयी है घर में खुशिया लायी है
    जगदम्बे मैया आयी है घर में खुशिया लायी है

M:-    देखकर अपनी मैया को मेरी आँखे भी भर आयी
कोरस :-     आ आ आ आ आ
M:-    देखकर अपनी मैया को मेरी आँखे भी भर आयी
    हुई रोशन मेरी गालिया 
कोरस :-     हुई रोशन मेरी गालिया
M:-    माँ का नवरात आया है
कोरस :-     सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
M:-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है 


M:-    बनाकर भोग हाथो से है माँ में तुझे खिलाऊंगा
कोरस :-     आ आ आ आ आ
M:-    बनाकर भोग हाथो से है माँ में तुझे खिलाऊंगा
    रहेगा सेवा में देवेंद्र 
कोरस :-    रहेगा सेवा में देवेंद्र
M:-    माँ का नवरात आया है
कोरस :-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
M:-        सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है 
कोरस :-    सजा दो दर को फूलो से माँ का नवरात आया है
 

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