F:- सज गयी खाटू नगरी शोभा अपरम्पार है
बैठा सज धज के देखो मेरा लखदातार है
उमड़ी जन्मदिवस पे भक्तो की कतार है
बैठा सज धज के देखो मेरा लखदातार है
1.
F:- रंग बिरंगी निशाँ उठाये भगत हर और से आये
कोई लहराए कोई बलखाये कोई श्याम भजन सुनाये
रौनक रींगस से खाटू तक दिखती जाये
लगता है स्वर्ग उतरा इस धरा पर
मानव रूप में क्या यह देवो का अवतार है
बैठा सज धज के देखो मेरा लखदातार है
2.
F:- हर ग्यारस से अलग है ग्यारस जिसे श्याम प्रेमी तरसते
बड़े भाग्य वालो पे श्याम कृपा के यहाँ आज बदल बरसते
जोभी देने बधाई खाटू धाम आ गया
उसको बिन बोले दुःख से आराम आ गया
हर एक प्रेमी श्याम की लीला पर निसार है
बैठा सज धज के देखो मेरा लखदातार है
3.
F:- रंग गुब्बारों की झांकी कही पे कही पे बंगला सजाया
कोई केक लाया है मेवे वाला कोई चूरमा लेके आया
सारे दीवाने मस्ती में डोल रहे आओ जीमो सांवरिया यही बोल रहे
गुलशन भक्तो के संग झूम रहा सरकार है
बैठा सज धज के देखो मेरा लखदातार है
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