सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया,
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया,
जीवन को जीने का आधार मिल गया
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया |
मोती को सीप जैसे नाव को किनारा,
एसा मिला है मुझको श्याम का सहारा,
भटके जैसे रही को एक सार मिल गया
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया |
दूर ये सफ़र है बड़ा चलना कठीन है ,
पथ पथरीले सारे संभालना कठीन है,
अँधेरी डगर पर वो हर बार मिल गया
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया |
जीवन की नैया मझदार में पड़ी थी ,
बीच भंवर को रोके मुसीबत कड़ी थी,
डूबे एक माझी को पतवार मिल गया
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया |
“धीर” क्या छुपा है मन में सब जानता है ,
हालत क्या है मेरे पहचानता है ,
मेरे हर बुलावे पर तैयार मिल गया
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया |
जीवन को जीने का आधार मिल गया,
सांवरे सलोने जैसा यार मिलगया ||
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।