Current Date: 17 Nov, 2024

सारी दुनिया है

- देवेंद्र पाठक जी।


सारी दुनिया है दीवानी,
अम्बे रानी आपकी,
कौन है जिस पर नही है,
कौन है जिस पर नही है,
मेहरबानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

सारी श्रष्टि एक चमन और,
इस चमन के फूल हम,
इन सभी फूल में माता,
इन सभी फूल में माता,
हम निशानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

जैसे गंगा और जमुना की,
धारा बहती भूमि पर,
वैसे ही बहती है ममता,
वैसे ही बहती है ममता,
दुर्गा रानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

तन भी तेरा मन भी तेरा,
मेरा क्या है वैष्णो माँ,
तेरा तुझको सौंपता हूँ,
तेरा तुझको सौंपता हूँ,
यह निशानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

उमर भर गाता रहूं मैं,
अम्बे महिमा आपकी,
अपने चरणों में ही रखना,
अपने चरणों में ही रखना,
मेहरबानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

सारी दुनिया है दीवानी,
अम्बे रानी आपकी,
कौन है जिस पर नही है,
कौन है जिस पर नही है,
मेहरबानी आपकी,
सारी दुनिया है दिवानी,
अम्बे रानी आपकी।।

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