M:- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
जीवन की है जो ज्योति जीवन की है जो ज्योति
बुझ जाए जलते जलते बुझ जाए जलते जलते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
M:- इस संसार में हम सभी प्रणियों का कोई भी ठिकाना नहीं है
कब हमारी सांसे टूट जाए कब हमारा साथ छूट जाये
इसलिए जब तक जीये सबसे प्रेम करे ख़ुशी से रहे
जीवन है चार दिन का जीवन है चार दिन का
दो दिन की है जवानी दो दिन की है जवानी
जब आये
कोरस :- आ आ आ आ ............................
M:- जब आएगा बुढ़ापा जब आएगा बुढ़ापा
थक जाए चलते चलते थक जाए चलते चलते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
M:- समझा ना तू इशारा समझा ना तू इशारा
ना समझा खेल इसका ना समझा खेल इसका
क्यों तेरी
कोरस :- आ आ आ आ ........................................
M:- क्यों तेरी बात बिगड़ी क्यों तेरी बात बिगड़ी
हर बात बनते बनते हर बात बनते बनते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
M:- इस संसार में जिसको यह अभिमान रहता है की ये मेरा है वो मेरा है मैं बहुत
बड़ा धनवान हूँ ये उसकी सबसे बड़ी भूल है क्युकी संसार से सब खाली हाथ
जाते है चाहे कोई राजा हो चाहे कोई बादशाह हो या चाहे फिर कोई गरीब हो
M:- तेरे साथ जाये बंदे तेरे साथ जाये बंदे
तेरे कर्मो की कमाई तेरे कर्मो की कमाई हाय
गए जग से
कोरस :- आ आ आ आ आ ...........................
M:- गए जग से बादशाह भी गए जग से बादशाह भी
यु ही हाथ मलते मलते यु ही हाथ मलते मलते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
M:- अब तक किया ना पगले अब तक किया ना पगले
अब तो हरी सुमिरले अब तो हरी सुमिरले
कह रही है
कोरस :- आ आ आ आ ...............................
M:- कह रही है जिंदगी की कह रही है जिंदगी की
ये शाम ढलते ढलते ये शाम ढलते ढलते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
M:- जीवन की है जो ज्योति जीवन की है जो ज्योति
बुझ जाए जलते जलते बुझ जाए जलते जलते हाय
कोरस :- साँसो का क्या भरोसा साँसो का क्या भरोसा
रुक जाए चलते चलते रुक जाए चलते चलते
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