सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे- 2
दर तेरा न छूटे बाबा-2, और चाहत क्या करें
सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे- 2
प्यार की दो बूँद माँगी तूने सागर दे दिया
जिसके लायक ना थी बाबा तूने इतना दे दिया
फिर भला छोटे से गम के हम शिकायत क्या करें- 2
दर तेरा न छूटे बाबा-2, और चाहत क्या करें
सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे
एक तू ही पूरी करता दिल की हर इक आरजू
मेरा माझी मेरा खीवईया मेरा सब कुछ एक तू
फिरा भला दर दर पे जा के हम इबादत क्या करेँ-2
दर तेरा न छूटे बाबा-2, और चाहत क्या करें
सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे
निकले जब ये प्राण तन से मुख पे तेरा नाम हो
गाते गाते भजन तुम्हारे इस जीवन की शाम हो
इस से ज्यादा सेवक तेरा और माँगत क्या करे -2
दर तेरा न छूटे बाबा-2, और चाहत क्या करें
सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे- 2
दर तेरा न छूटे बाबा-2, और चाहत क्या करें
सांस टूटे तू ना रूठेबस यही विनती करे- 3
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