Current Date: 22 Nov, 2024

रावण कैसे जलाएंगे (Rawan Kaise Jalayenge)

- Satyendra Pathak


रावण कैसे जलाएंगे लिरिक्स हिंदी में (Rawan Kaise Jalayenge Lyrics in Hindi)

रावण कैसे जलाएंगे कहाँ से लाये राम
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान 
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान

झूठ प्रपंच के जाल में उलझा हो जो कोई 
ऐसे प्राणी के मुख में राम बगल में छुरी हो 
ऐसे प्राणी के मुख में राम बगल में छुरी हो

हम दशहरा मनाएंगे कर के यूँ काज 
लोभ पाप मोह माया को मन से मिटा दे आज 
लोभ पाप मोह माया को मन से मिटा दे आज

मन की गंदगी दूर कर जो जाए प्रभु के द्वार 
तभी दसानन भस्म का उनको मिल जाए अधिकार 
तभी दसानन भस्म का उनको मिल जाए अधिकार
रावण कैसे जलाएंगे कहाँ से लाये राम
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान 
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान

रावण कैसे जलाएंगे लिरिक्स अंग्रेजी में (Rawan Kaise Jalayenge Lyrics in English)

Raavaṇ kaise jalaaenge kahaan se laaye raam
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan 
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan

Jhuuṭh prapanch ke jaal men ulajhaa ho jo koii 
Aise praaṇii ke mukh men raam bagal men chhurii ho 
Aise praaṇii ke mukh men raam bagal men chhurii ho

Ham dashaharaa manaaenge kar ke yuun kaaj 
Lobh paap moh maayaa ko man se miṭaa de aaj 
Lobh paap moh maayaa ko man se miṭaa de aaj

Man kii gandagii duur kar jo jaae prabhu ke dvaar 
Tabhii dasaanan bhasm kaa unako mil jaae adhikaar 
Tabhii dasaanan bhasm kaa unako mil jaae adhikaar
Raavaṇ kaise jalaaenge kahaan se laaye raam
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan 
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaana

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