रावण कैसे जलाएंगे लिरिक्स हिंदी में (Rawan Kaise Jalayenge Lyrics in Hindi)
रावण कैसे जलाएंगे कहाँ से लाये राम
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान
झूठ प्रपंच के जाल में उलझा हो जो कोई
ऐसे प्राणी के मुख में राम बगल में छुरी हो
ऐसे प्राणी के मुख में राम बगल में छुरी हो
हम दशहरा मनाएंगे कर के यूँ काज
लोभ पाप मोह माया को मन से मिटा दे आज
लोभ पाप मोह माया को मन से मिटा दे आज
मन की गंदगी दूर कर जो जाए प्रभु के द्वार
तभी दसानन भस्म का उनको मिल जाए अधिकार
तभी दसानन भस्म का उनको मिल जाए अधिकार
रावण कैसे जलाएंगे कहाँ से लाये राम
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान
मुख मुखौटा लिए फिरे यहाँ आज हर एक इंसान
रावण कैसे जलाएंगे लिरिक्स अंग्रेजी में (Rawan Kaise Jalayenge Lyrics in English)
Raavaṇ kaise jalaaenge kahaan se laaye raam
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan
Jhuuṭh prapanch ke jaal men ulajhaa ho jo koii
Aise praaṇii ke mukh men raam bagal men chhurii ho
Aise praaṇii ke mukh men raam bagal men chhurii ho
Ham dashaharaa manaaenge kar ke yuun kaaj
Lobh paap moh maayaa ko man se miṭaa de aaj
Lobh paap moh maayaa ko man se miṭaa de aaj
Man kii gandagii duur kar jo jaae prabhu ke dvaar
Tabhii dasaanan bhasm kaa unako mil jaae adhikaar
Tabhii dasaanan bhasm kaa unako mil jaae adhikaar
Raavaṇ kaise jalaaenge kahaan se laaye raam
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaan
Mukh mukhowṭaa lie phire yahaan aaj har ek insaana
और मनमोहक भजन :-
- सालासर वाले बाबा मेरे
- ज्योत मे आन समा माँ
- खाटू वाले श्याम बिहारी
- हाथ जोड़ विनती करूँ
- आरती कुंज बिहारी की
- दुख में मत घबराना पंछी
- माँ जगदम्बा उतारू तोरी आरती
- मैं शुद्ध आत्मा हु
- ओ मेरे श्याम साँवरे
- लाल चोला सीदे दर्जी
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।