Current Date: 18 Oct, 2024
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भये प्रगट कृपाला दीन दयाला - राम जी भजन - HD Video - Bhaye Pragat Kripala

- Tripti Shakya


🎵भये प्रगट कृपाला🎵

🙏 गायक: तृप्ति शाक्य
🎼 संगीत: सोहन लाल

विवरण:
भए प्रगट कृपाला एक अद्भुत भजन है जिसे त्रिप्ति शाक्य जी ने अपनी भावपूर्ण आवाज़ में गाया है। इस भजन में भगवान श्रीराम के जन्म की महिमा का वर्णन है, जो दीनदयाल और कृपालु रूप में प्रकट होते हैं। माता कौशल्या भगवान राम के अद्भुत रूप को देखकर प्रसन्न होती हैं, और मुनियों का मन भी इस रूप को देखकर हार जाता है। यह भजन भगवान राम के बाल रूप और उनकी लीलाओं का भी गान करता है, जिसमें वे करुणा और आनंद के सागर के रूप में प्रकट होते हैं। यह भजन सुनकर भक्तों के मन में भक्ति और आनंद का संचार होता है।

गीत के बोल:
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषन बनमाला नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

कह दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता ।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

करुना सुख सागर सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता ।
सो मम हित लागी जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

ब्रह्मांड निकाया निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहै ।
मम उर सो बासी यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

उपजा जब ग्याना प्रभु मुसुकाना,
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै ।
कहि कथा सुहाई मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

माता पुनि बोली सो मति डोली,
तजहु तात यह रूपा ।
कीजै सिसुलीला अति प्रियसीला,
यह सुख परम अनूपा ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

सुनि बचन सुजाना रोदन ठाना,
होइ बालक सुरभूपा ।
यह चरित जे गावहिं हरिपद पावहिं,
ते न परहिं भवकूपा ।।

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ।।

Credit Details :

Song: Bhaye Pragat Kripala
Singer: Tripti Shakya
Music: Sohan Lal
Lyrics: Chiranji Lal Agarwal

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