🎵मैंने ढूंढ लिए चारों धाम नहीं मिले राम🎵
🙏 गायक: शीला कलसन
🎼 संगीत: प्रदीप पांचाल
विवरण:
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम, नहीं मिले राम एक भावुक भक्ति गीत है जिसमें भक्ति और तृष्णा का अनुभव होता है। शीला कालसन की आवाज़ में यह गीत भगवान राम की अनुपस्थिति के दुःख को प्रकट करता है। अयोध्या, जनक भवन, सरयू किनारा, और अन्य पवित्र स्थलों की खोज में यह गीत भक्त की निराशा को दर्शाता है। हर पंक्ति में राम की अनुपस्थिति का दर्द और उनकी भक्ति की गहराई को महसूस किया जा सकता है। इस गीत के माध्यम से भक्ति का एक अनूठा अनुभव मिलता है, जो सुनने वालों को राम के प्रति और भी निकट लाता है।
गीत के बोल:
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढा मैंने नगरी अयोध्या,
जहां राम लिए अवतार,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढ लिया मैंने जनक भवन में,
जहां राम लिए कन्यादान,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढ लिया मैंने सरयू किनारे,
जहां राम किये स्नान,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढ लिया मैंने सिता रसोई,
जहां राम किये जल पान,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढ लिया मैंने तुलसी अंगना,
जहां राम किये पूजा पाठ,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
ढूंढ लिया मैंने लंका नगरी,
जहां राम किये संग्राम,
मिले नहीं राम,
यही तो दुःख भरी है,
मैंने ढूंढ लिए चारों धाम,
नहीं मिले राम,
यही तो दुःख भरी है…
Credit Details :
Song: Maine Dhoond Liye Chaaro Dham Nahi Mile Ram
Singer: Sheela Kalson
Music: Pardeep Panchal
Lyrics & Composer: Traditional
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