🎵ओ माइयाँ तैने क्या ठानी मन में🎵
🙏 गायक: सतीश देहरा
🎼 संगीत: रवींद्र जैन
विवरण:
ओ माइयाँ तैने क्या ठानी मन में गाया हुआ सतीश देहरा द्वारा, एक भावुक भजन है जो भगवान राम और सीता के वनवास की कहानी को बयां करता है। यह गीत मां कैकेयी के निर्णय पर सवाल उठाते हुए राम, सीता और लक्ष्मण के वनवास जाने की पीड़ा को व्यक्त करता है।
इस गीत में, कैकेयी के राम और सीता को वन में भेजने के निर्णय पर गहरा प्रश्न उठाया गया है। गीत में भरत और उर्मिला की भावनाओं, और कौशल्या के दुःख का मार्मिक वर्णन किया गया है। यह गीत रामायण के उस दृश्य को जीवंत करता है जहां राम, सीता, और लक्ष्मण वन की कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
गीत के बोल:
ओ मईया तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
दीवानी तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में।।
जदपि भरत तेरो ही जायो,
तेरी करनी देख लजायो,
अपनों पद तैने आप गँवायो,
भरत की नजरन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
हठीली तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में।।
मेहल छोड़ वहाँ नहीं रे मड़ैया,
सिया सुकुमारी,संग दोउ भईया,
काहू वृक्ष तर भीजत होंगे,
तीनों मेहन में,
राम-सिया भेज दये री वन में,
दीवानी तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में।।
कौशल्या की छिन गयी बानी,
रोय ना सकी उर्मिल दीवानी,
कैकेयी तू बस एक ही रानी,
रह गयी महलन में,
राम-सिय भेज दये री बन में।।
ओ मईया तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में,
दीवानी तैने का ठानी मन में,
राम-सिया भेज दये री बन में।।
Credit Details :
Song: O Maiya Tene Kya Thaani Mann Mein
Singer: Satish Dehra
Lyrics: Ravindra Jain
Music: Ravindra Jain
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