🎵रामजी की निकली सवारी🎵
🙏 गायक: मोहम्मद रफी
🎼 संगीत: पारंपरिक
विवरण:
रामजी की निकली सवारी एक सुंदर भजन है जिसमें भगवान श्रीराम की दिव्य यात्रा का वर्णन किया गया है। यह भजन भगवान राम, माता सीता, और लक्ष्मण की अद्वितीय लीला और उनके भक्तों की भक्ति को दर्शाता है। गीत में भगवान राम के वनवास, रावण वध, और लंका विजय का जिक्र करते हुए उनके महान कार्यों की प्रशंसा की गई है। भक्तों के मन में उनके दर्शन की प्यास और भगवान राम की महिमा को इस भजन के मधुर स्वरों में गाया गया है।
गीत के बोल:
सर पे मुकुट सजे मुख पे उजाला,
हाथ धनुष गले में पुष्प माला ।
हम दास इनके ये सबके स्वामी,
अंजान हम ये अंतरयामी ।
शीश झुकाओ राम गुण गाओ,
बोलो जय विष्णु के अवतारी ।।
रामजी की निकली सवारी,
रामजी की लीला है ।
एक तरफ लक्ष्मण एक तरफ सीता,
बीच में जगत के पालनहारी ।
रामजी की निकली सवारी,
रामजी की लीला है, न्यारी न्यारी ।।
धीरे चला रथ ओ रथ वाले,
तोहे खबर क्या ओ भोले भाले ।
एक बार देखे दिल ना भरेगा,
सौ बार देखो फिर जी करेगा ।
व्याकुल बड़े हैं कबसे खड़े हैं,
दर्शन के प्यासे सब नर नारी ।।
रामजी की निकली सवारी ।
रामजी की लीला हैं न्यारी ।।
चौदह बरस का वनवास पाया,
माता पिता का वचन निभाया ।
धोखे से हर ली रावण ने सीता,
रावण को मारा लंका को जीता ।
तब तब ये आए, तब तब ये आए,
जब जब ये दुनिया इनको पुकारी ।।
रामजी की निकली सवारी ।
रामजी की लीला हैं न्यारी ।।
रामजी की निकली सवारी,
रामजी की लीला है ।
एक तरफ लक्ष्मण एक तरफ सीता,
बीच में जगत के पालनहारी ।
रामजी की निकली सवारी,
रामजी की लीला है, न्यारी न्यारी ।।
Credit Details :
Song: Ramji Ki Nikali Sawari
Singer: Mohammed Rafi
Lyrics: Anand Bakshi
Music: Laxmikant - Pyarelal
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