🎵मेरी नैया में लक्ष्मण राम गंगा मैया🎵
🙏 गायक: आशीष चंद्र शास्त्री
🎼 गीत: पारंपरिक
विवरण:
मेरी नैया में लक्ष्मण राम गंगा मैया गाया हुआ आशीष चंद्र शास्त्री द्वारा, एक सुंदर भक्तिमय भजन है जिसमें गंगा मैया से प्रार्थना की जा रही है कि वे भगवान राम और लक्ष्मण के साथ इस जीवन की नैया को पार कराएं। यह गीत भक्तों की सुरक्षा और जीवन की कठिनाइयों से पार होने की प्रार्थना का प्रतीक है।
भजन में गंगा मैया से निवेदन है कि वे भगवान राम और लक्ष्मण के साथ जीवन की नैया को सुरक्षित पार कराएं। इसमें बीच मझधार की नैया का रूपक प्रयोग कर भक्त भगवान राम और गंगा मैया से कृपा की याचना करता है। गंगा मैया से हिचकोले न देने की विनती की जाती है और दीन दुखियों की रक्षा का आग्रह होता है।
गीत के बोल:
मेरी नैया में लक्ष्मण राम,
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो,
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ,
मेरी नैया मे चारों धाम,
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो,
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ।।
उछल उछल मत मारो हिचकोले,
देख हिचकोले,
मेरा मनवा डोले,
मेरी नैया में चारों धाम,
गंगा मैयाँ धीरे बहो,
मेरी नैया मे लक्ष्मण राम
गंगा मैयाँ धीरे बहो।।
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ।।
टूटी फूटी काठ की नैया,
तूम बिन मैयाँ कौन खिवैया,
मेरी नैया है बीच मझधार,
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो
मेरी नैया मे लक्ष्मण राम
गंगा मैयाँ धीरे बहो।।
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ।।
दीन दुखी के यह रखवाले,
दुष्टो को भी यह तराने वाले,
अब आए है मेरे धाम,
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो,
मेरी नैया में लक्ष्मण राम
गंगा मैयाँ धीरे बहो।।
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ।।
मेरी नैया मे लक्ष्मण राम
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ,
मेरी नैया में चारों धाम,
ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो
गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ।।
Credit Details :
Song: Meri Naiya me Lakshman Ram Ganga Maiya
Singer: Ashish Chandra Shastri
Lyrics: Traditional
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