Current Date: 19 Dec, 2024

राखी लिए बहना खड़ी है

- Avinash Karn



M:-    राखी के पावन त्यौहार का इन्तजार सभी बहनो को रहता है 
    लेकिन आज में एक ऐसी अभागन बहन की दास्तान सुनाता हूँ 
    जिसके भाई ने वादा किया था की वो नौकरी से छुट्टी लेकर 
    राखी से पहले अफगानिस्तान से भारत आएगा मगर वो वहां 
    तालिबानी के कारण फस जाता है ऐसे में उसकी राह देखती 
    दुखिया बहन क्या कहती है आइये सुनते है इस गीत के माध्यम से 

M:-    बहती पवन जाके भैया से कह दो 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
कोरस:-    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
M:-    यादो में तेरी गाँव की मिटटी 
कोरस :-     यादो में तेरी गाँव की मिटटी 
M:-    आंसू की बूंदो से गीली पड़ी है 
कोरस :-     आंसू की बूंदो से गीली पड़ी है
 
M:-    कई भाई कल अपने देश को लौटे 
कोरस :-     कई भाई कल अपने देश को लौटे 
M:-    अपने नसीबा हुए क्यों ये खोटे
कोरस :-     अपने नसीबा हुए क्यों ये खोटे
M:-    बहना है भारत में भाई तालिबानी
कोरस :-     बहना है भारत में भाई तालिबानी
M:-    प्रभु आयी किसी मुश्किल घडी है 
कोरस :-     प्रभु आयी किसी मुश्किल घडी है 
M:-    बहती पवन जाके भैया से कह दो 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
कोरस:-    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 

M:-    थक भी गयी अखियां अब रोते रोते  
कोरस :-      थक भी गयी अखियां अब रोते रोते  
M:-    बिन तेरे दीपक भी रोशन ना होते 
कोरस :-     बिन तेरे दीपक भी रोशन ना होते 
M:-    भरोसा है अपने प्रभुवर पे हमको 
कोरस :-     भरोसा है अपने प्रभुवर पे हमको
M:-    देवो में रे तेरी महिमा बड़ी है 
कोरस :-     देवो में रे तेरी महिमा बड़ी है 
M:-    बहती पवन जाके भैया से कह दो 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
कोरस:-    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है 
    राखी लिए तेरी बहना खड़ी है     
 

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