Current Date: 18 Dec, 2024

राधाकृष्ण भजन

- Deepak Chouhan, Geetika Aswal


यमुना जल में तुम ऐसे नहाती हो क्यों! ना लजाती हो क्यों!
इस तरह से नहाना -2, तुमको नहीं चाहिए नहीं चाहिए! 
यमुना जल में तुम ऐसे नहाती हो क्यों! ना लजाती हो क्यों!
इस तरह से नहाना तुमको ,नहीं चाहिए  -2! 

यमुना जल में रहो तुम सभी यू खड़ी -2, चीर दूंगा तुम्हारी नहीं गोपियों!
हो चीर लेने को -2 बाहर ना आती हो क्यों अब लजाती हो क्यों! इस तरह से नहाना तुमको,
नहीं चाहिए -2! कान्हा पनघट पे चुपके से आते हो क्यों हां तुम आते हो क्यों!
तुमको छुपके यूं आना, नहीं चाहिए -2! 

जब नहाती हूं सखियों के संग नीर में -2, फिर आके हमारी चुराते हो क्यों!
चोरी चोरी -2 यहां यूं ना आया करो ना तुम आया करो! सुन लो कान्हा ना हमको ,
सताया करो -2! यमुना जल में तुम ऐसे नहाती हो क्यों! ना लजाती हो क्यों!
क्रोध इतना दिखाना हां हां इतना दिखाना ,नहीं चाहिए -2! 

ना नाहाओगी अब यू बिना वस्त्र के -2, लो कसम यमुना की और वादा करो!
लो कसम खाके -2 ,कहती हूं सांवरे -2 इस तरह अब कभी ,ना नहाएंगे हम-2!
यमुना जल में तुम ऐसे नहाती हो क्यों! ना लजाती हो क्यों! इस तरह से नहाना तुमको ,
नहीं चाहिए  -2! इस तरह अब कभी, ना नहाएंगे हम-2! इस तरह से नहाना तुमको ,
नहीं चाहिए-2! इस तरह अब कभी, ना नहाएंगे हम-2
 

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।