श्याम राधे कोई ना कहता, कहते राधे श्याम
जन्म जन्म भाग्य जगा दे एक राधा का नाम
राधा के बिना श्याम आधा, कहते राधे श्याम
बोलो राधे राधे राधे बोलो राधे
व्यर्थ पड़ा माला बिन मोती, व्यर्थ रही दीपक बिन ज्योति
चंदा बिना चाँदनी जैसी, सूरज बिना धूप ना होती
बिना राधा के कहा है पूरा नट नागर का नाम
बोलो राधे राधे बोलो राधे ….
साथ है जैसे जल की धारा, साथ है जैसे नदी किनारा
साथ है जैसे नील गगन के सूरज चंदा तारा तारा
वसे इनके बिना अधूरा मन वृंदावन धाम
बोलो राधे बोलो राधे …..
श्री राधा को जिसने भुलाया उसने अपना जन्म गवया
धन्य हुई वोह वाणी जिसमें राधे श्याम नाम है आया
उनका सुमरन करे बिना कब मिलता है विश्राम
बोलो राधे बोलो राधे
राधा के बिना श्याम आधा आधा …….
जन्म जन्म भाग्य जगा दे एक राधा का नाम
राधा के बिना श्याम आधा, कहते राधे श्याम
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