जय श्री श्याम -2!
सा रे सा रे गा मा गा मा मा ने सा
बात बताऊं अपनी जब से श्याम शरण में आया जो ना सोचा था सपने में वो सब यहां से पाया -2
राहे मुश्किलों की मेरी बंद हो गई, सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -2
बात बताऊं अपनी जब से श्याम शरण में आया जो ना सोचा था सपने में वो सब यहां से पाया
राहे मुश्किलों की मेरी बंद हो गई, सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -2
आ........
बाबा ने तोड़ दिया दुख की जंजीर को पल भर में हाथों की बदली लकीर को
जय श्याम श्री श्याम जय जय श्याम
बाबा ने तोड़ दिया दुख की जंजीर को पल भर में हाथों की बदली लकीर को
तेज आंधी चले गम की मंद हो गई -2
सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -2
जय श्री श्याम -2
सा रे सा रे गा मा गा मा नि शा नि शा गा मा
रंग अपना सांवरे ने ऐसा लगाया
प्यार से मेरा हर लम्हा सजाया
जय श्याम श्री श्याम जय जय श्याम
रंग अपना सांवरे ने ऐसा लगाया
प्यार से मेरा हर लम्हा सजाया
ससो में सावरिया की सुगंध हो गई -2
सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -2
आ........
थामा है हाथ मेरा बाबा ने जब से
कुंदन कमी ना रही कोई मुझे तब से
जय श्याम श्री श्याम जय जय श्याम
थामा है हाथ मेरा बाबा ने जब से
कुंदन कमी ना रही कोई मुझे तब से
मेरी जन्दगी मन पसंद हो गई -2
सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -2
बात बताऊं अपनी जब से श्याम शरण में आया जो ना सोचा था सपने में वो सब यहां से पाया -2
राहे मुश्किलों की मेरी बंद हो गई, सच कहता हूं किस्मत बुलंद हो गई -4
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