Current Date: 17 Nov, 2024

प्रभु प्रेम बनाए रखना

- संजय मित्तल जी।


प्रभु प्रेम बनाए रखना,
चरणों से लगाए रखना,
एक आस तुम्हारी है,
विश्वास तुम्हारा है,
तेरा ही भरोसा है,
तेरा ही सहारा है,
प्रभु प्रेम बनाये रखना,
चरणों से लगाए रखना।।

निर्बल के बल हो हारे के साथी,
हर दीपक में तेरी ही बाती,
तेरा उजियारा है,
रोशन जग सारा है,
तुमसे ही चमक रहा,
हर चाँद सितारा है,
प्रभु प्रेम बनाये रखना,
चरणों से लगाए रखना।।

प्रेम का भूखा सारा जहा है,
तुझ बिन साँचा प्रेम कहाँ है,
तू प्रेम का ठाकुर है,
तू प्रेम पुजारी है,
इसे सबको लूटा रहा,
तेरी दातारी है,
प्रभु प्रेम बनाये रखना,
चरणों से लगाए रखना।।

चरण शरण में हमको निभाना,
सर्वस्व अपना तुमको ही माना,
शक्ति का दाता तू,
भक्ति का दाता तू,
‘बिन्नू’ इतना जाने,
मेरा भाग्य विधाता तू,
प्रभु प्रेम बनाये रखना,
चरणों से लगाए रखना।।

प्रभु प्रेम बनाए रखना,
चरणों से लगाए रखना,
एक आस तुम्हारी है,
विश्वास तुम्हारा है,
तेरा ही भरोसा है,
तेरा ही सहारा है,
प्रभु प्रेम बनाये रखना,
चरणों से लगाए रखना।।

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