Current Date: 20 Nov, 2024

पतरी रसरिया कईसे !

- पवन सिंह और सोना सिंह


पतरी रसरिया कईसे !
बोलs बोलs दुर्गा मईया की जय !!
आवतारी घरे देवी माई हो
फुलवा से रहिया सजाईब हो
आवतारी घरे देवी माई हो
फुलवा से रहिया सजाईब हो
तs हाली करी ना कुछउ उपाई हो
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाईब हो
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो
पतरी रसरिया कईसे !


 
[म्यूजिक..]

मईया दुलारी हई सुकवारी
छन ही में जईहे रुस हो
तुही बतावs ए मोरे रनिया
कईसे करब हम खुश हो
मईया दुलारी हई सुकवारी
छन ही में जईहे रुस हो
तुही बतावs ए मोरे रनिया
कईसे करब हम खुश हो
हां फूल अड़हुल जाके लाई हो
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाईब हो
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो
पतरी रसरिया कईसे !


 
[म्यूजिक..]

भर नवरातर निमिये के छईया
मईया के होला बसेरा
चौबे रजनीश पवन से मँगा देब
होखे दs पूजा के बेरा
ऐ जी ! भर नवरातर निमिये के छईया
मईया के होला बसेरा
चौबे रजनीश पवन से मँगा देब
होखे दs पूजा के बेरा
आ झालर मोती से निमिया सजाई हो
पतरी रसरिया कईसे झुलुआ लगाईब हो
सातो रे बहिन के संघे झूलीहे भैरव भाई हो
पतरी रसरिया कईसे !

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