Current Date: 21 Nov, 2024

पशुपति व्रत की आरती ( Pashupati Vrat Aarti)

- Pradeep Mishra


जय पशुतिनाथ हरे 
जय पशुपतिनाथ हरे ||

भक्त जनों की संकट 
दासों जनों के संकट 
पल में दूर करें।

जय पशुपतिनाथ हरे 
जय पशुपतिनाथ हरे ||

अष्टमुखी शिव नाम तिहारो 
शरण में आए तेरे 
स्वामी शरण में आए तेरे 
इक्षा फल प्रभु देहु
कष्ट हटाओ मेरे।

जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||

शिव ना तट पर आप बिराजे 
पूजे नर नारी
निशदिन तुमको ध्यावे 
भक्तन हितकारी।

जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||

तुम हो जग के स्वामी शंभू 
अन धन के भरता 
स्वामी अन धन के भरता
अष्टमुखी त्रिपुरारी 
जग तम के हरता।

जय पशुपतिनाथ हरे 
जय पशुपतिनाथ हरे ||

तन मन धन सब अर्पण 
आरती भोले गाएं 
तुम हो दया के सागर 
द्वार तुम्हारे आए।

जय पशुपतिनाथ हरे  
जय पशुपतिनाथ हरे ||

दास जनों के संकट 
दासों जनों के संकट 
पल में दूर करें।

जय पशुपतिनाथ हरे
जय पशुपतिनाथ हरे ||

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