Current Date: 17 Nov, 2024

ॐ नमः शिवाए

- संजय मित्तल जी।


आओ आ जाओ भोलेनाथ,
तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,
तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,
जागु दिन और रात,
आओ आ जाओं भोलेनाथ,
आओ आ जाओ भोलेनाथ।।

हे शिव शंकर हे प्रलयंकर,
हे जग के रखवाले,
तेरे बिना मेरी कौन सुनेगा,
तेरे बिना मेरी कौन सुनेगा,
दर्दे दिल की बात,
आओ आ जाओं भोलेनाथ,
आओ आ जाओ भोलेनाथ।।

मन पंछी बैचेन दरश बिन,
अब तो दरश दिखाओ,
अखियाँ ऐसे बरस रही है,
अखियाँ ऐसे बरस रही है,
सावन की बरसात,
आओ आ जाओं भोलेनाथ,
आओ आ जाओ भोलेनाथ।।

विष पिए खुद अमृत बांटे,
तुम सम कोई ना दानी,
‘रामा’ दया की भिक्षा मांगे,
‘रामा’ दया की भिक्षा मांगे,
रख दो सिर पर हाथ,
आओ आ जाओं भोलेनाथ,
आओ आ जाओ भोलेनाथ।।

आओ आ जाओ भोलेनाथ,
तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,
तेरे ख़यालों में खोया रहूं मैं,
जागु दिन और रात,
आओ आ जाओं भोलेनाथ,
आओ आ जाओ भोलेनाथ।।

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