सोमश्वराये विश्वेशराये त्रयम्बकाये त्रिनोचनाय
भस्मांगरागाय नील कंठाय सदा शिवाय महेश्वराये
ॐ नमः शिवाय नमो नमो शिव नमो नमो शिव बन बन भोले -२
कोरस:- बन बन भोले -२
स्थायी :- हम है दीवाने तेरे तेरे मस्ती में रहते
ये तेरी दुनिया वाले हमको मस्ताने कहते
तेरी आवाहन करते हम पूजा करके -२
आओ जी आओ भोले नंदी पे चढ़के -४
अंतरा:- भूत प्रेत चांडाल चौकड़ी नाचे तेरे इशारे पे
चुड़ैल डंकिनी और पिशाचिनी रहती तेरे द्वारे पे
शुक्कर शनिचर दोनों तेरी सेवा में रहते
तोड़ :- सुबह को हर हर शम्भु संध्या को बमबम जपते
तोड़ :- सुट्टा चिल्लम में मारे सल्फा गांजा भरके -२
आओ जी आओ भोले नंदी पे चढ़के -४
अंतरा :- तुमने ही भक्तो की खातिर पिया था विष का प्याला
रावण जैसे एक भक्त को लंकापति बना डाला
तोड़ :- जबसे ये दुनिया वाले तुमको वरदानी कहते
तेरी भक्ति में डूबे ज्ञानी और सायानी कहते
तोड़ :- लगा समाधी लेने ध्यान तेरा धरके -२
आओ जी आओ भोले नंदी पे चढ़के -४
अंतरा :- अपने तन पे भस्म रमा के रहते तुम शमशानों में
महिमा तेरी लिखी हुई है वेदो और पुराणों में
तोड़ :- तेरे भजन को प्रवीण गाता है तुझमे रम के
राज अनाड़ी केवल तेरे भरोसे रहते
तोड़ :- अपना बनाये रखना मुझपे दया करके -२
आओ जी आओ भोले नंदी पे चढ़के
जिसने भी भोले नाथ की कावड़ उठायी है
भोले ने उसकी बिगड़ी पल में बनायीं है
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