Current Date: 22 Nov, 2024

ओ कृष्णा मुरलिया वाले

- अविनाश कर्ण


ओ कृष्णा काले,
मुरलिया वाले,
ओ जग से निराले,
तू करुणा निधान है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है,
ओ कन्हैया,
सुन दाऊ के भैया,
ओ माखन चुरैया,
तू प्रेम रस खान है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है।।

तर्ज – ओ फिरकी वाली।

उंगली पे तूने,
गोवर्धन को उठा के,
इंद्र के मद को चूर किया,
तुमने ही पापी दुष्ट,
कंस को संहारा,
भक्तो को भय मुक्त किया,
लीलाधारी कृष्णमुरारी,
भक्तों के हितकारी,
बंसी वाले ओ जग रखवाले,
ओ जग से निराले,
तू भक्तों की शान है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है।।

नाग नथैया मेरे,
किशन कन्हैया,
यमुना जी का त्राण किया,
ग्वाल बाल ऋषि,
मुनि नर नारी,
देवों ने गुणगान किया,
ओ बनवारी बांके बिहारी,
चक्र सुदर्शन धारी,
गोकुल वाले,
ओ ब्रज के उजाले,
ओ जग से निराले,
तू धर्म का प्रमाण है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है।।

ओ कृष्णा काले,
मुरलिया वाले,
ओ जग से निराले,
तू करुणा निधान है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है,
ओ कन्हैया,
सुन दाऊ के भैया,
ओ माखन चुरैया,
तू प्रेम रस खान है,
तेरी महिमा तो,
जग में महान है।।

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