Current Date: 22 Nov, 2024

नीलसरस्वती स्तोत्रम् (Neel Saraswati Stotram)

- Madhvi Madhukar Jha


नीलसरस्वती स्तोत्रम् हिंदी में (Neel Saraswati Stotram in hindi)

घोर-रूपे महा-रावे
सर्व शत्रु भयङ्करि ।
भक्तेभ्यो वरदे देवि
त्राहि मां शरणागतम् ॥१॥

ॐ सुर-सुरार्चिते देवि
सिद्ध-गन्धर्व-सेविते ।
जाड्य-पाप-हरे देवि
त्राहि मां शरणागतम् ॥२॥

जटा-जूट-समा-युक्ते
लोल-जिह्वान्त-कारिणि ।
द्रुत-बुद्धि-करे देवि
त्राहि मां शरणागतम् ॥३॥

हनुमान जी की सबसे मधुर आरती: हनुमान आरती

सौम्य-क्रोध-धरे रूपे
चण्ड-रूपे नमोऽस्तु ते ।
सृष्टि-रूपे नमस्तुभ्यं
त्राहि मां शरणागतम् ॥४॥

जडानां जडतां हन्ति
भक्तानां भक्त वत्सला ।
मूढतां हर मे देवि
त्राहि मां शरणागतम् ॥५॥

वं ह्रूं ह्रूं कामये देवि
बलि-होम-प्रिये नमः ।
उग्र तारे नमो नित्यं
त्राहि मां शरणागतम्॥६॥

बुद्धिं देहि यशो देहि
कवित्वं देहि देहि मे ।
मूढत्वं च हरेद्-देवि
त्राहि मां शरणागतम् ॥७॥

श्याम की बंशी की धुन: उड़ गई रे नींदिया मेरी, बंसी श्याम ने बजाई रे

इन्द्रादि-विलसद्-द्वन्द्व-
वन्दिते करुणा मयि ।
तारे तारा-धिना-थास्ये
त्राहि मां शरणागतम् ॥८॥

अष्टम्यां च चतुर्दश्यां
नवम्यां यः पठेन्-नरः ।
षण्मासैः सिद्धि-माप्नोति
नात्र कार्या विचारणा ॥९॥

मोक्षार्थी लभते मोक्षं
धनार्थी लभते धनम् ।
विद्यार्थी लभते विद्यां
तर्क-व्याकरणा-दिकम् ॥१०॥

इदं स्तोत्रं पठेद् यस्तु
सततं श्रद्धया-ऽन्वितः ।
तस्य शत्रुः क्षयं याति
महा-प्रज्ञा प्रजायते ॥११॥

माँ लक्ष्मी जी का स्तोत्र : अष्टलक्ष्मी स्तोत्रं

पीडायां वापि संग्रामे
जाड्ये दाने तथा भये ।
य इदं पठति स्तोत्रं
शुभं तस्य न संशयः ॥१२॥

इति प्रणम्य स्तुत्वा च
योनि-मुद्रां प्रदर्शयेत् ॥१३॥
॥ इति नीलसरस्वतीस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

 

नीलसरस्वती स्तोत्रम् अंग्रेजी में (Neel Saraswati Stotram in english)

Ghor-roope maha-raave
Sarva shatru bhayankari |
Bhaktebhyo varade devi
Traahi maam sharanagatam ||1||

Om sura-surarchite devi
Siddha-gandharva-sevite |
Jaadya-paapa-hare devi
Traahi maam sharanagatam ||2||

Jata-joota-sama-yukte
Lola-jihwaanta-kaarini |
Druta-buddhi-kare devi
Traahi maam sharanagatam ||3||

Sweetest Aarti of Hanuman ji: Hanuman Aarti

Saumya-krodha-dhare rupe
Chanda-rupe namo'stu te |
Srishti-rupe namastubhyam
Traahi maam sharanagatam ||4||

Jadanaam jadatam hanti
Bhaktaanaam bhakta-vatsala |
Moodhatam hara me devi
Traahi maam sharanagatam ||5||

Vam hroom hroom kaamaye devi
Bali-homa-priye namah |
Ugra taare namo nityam
Traahi maam sharanagatam ||6||

Buddhim dehi yasho dehi
Kavitvam dehi dehi me |
Moodhatvam cha hared devi
Traahi maam sharanagatam ||7||

Tune of Shyam's Banshi: Ud Gayi Re Nindiya Meri Bansi Shyam Ne Bajai Re

Indraadi-vilasaddvandva-
Vandite karuna mayi |
Taare taraa-dhinaathasye
Traahi maam sharanagatam ||8||

Ashtamyam cha chaturdasyam
Navamyam yah pathen-narah |
Shanmaasaih siddhi-maapnoti
Natra kaaryaa vichaaranaa ||9||

Mokshaarthi labhate moksham
Dhanaarthi labhate dhanam |
Vidyaarthi labhate vidyaam
Tarka-vyaakaranaadikam ||10||

Idam stotram pathed yastu
Satatam shraddhayaa-anvitah |
Tasya shatruh kshayam yaati
Maha-prajnaa prajaayate ||11||

Stotra of Mother Lakshmi: Ashtalakshmi Stotram

Peedaayaam vaapi samgraame
Jaadye daane tathaa bhaye |
Ya idam pathati stotram
Shubham tasya na samshayah ||12||

Iti pranamya stutva cha
Yoni-mudraam pradarshayet ||13||
|| Iti Neel Saraswati Stotram Sampurnam ||

और भी मनमोहक भजन, आरती, मंत्र, वंदना, चालीसा, स्तुति :-

अगर आपको यह स्तोत्र अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें एवं किसी भी प्रकार के सुझाव के लिए कमेंट करें।

अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।