Current Date: 19 Nov, 2024

ना स्वर है ना सरगम है

- मनिष तिवारी


M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:- हनुमान के चरणो मे एक फूल चढ़ाना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

     जब बाल रूप मे प्रभु सूरज को निगल डाले

कोरस:-जब बाल रूप मे प्रभु सूरज को निगल डाले

M:-अभिमानी सूरपति का सब दरप मसल डाले-2

      बजरंग हुए तब से संसार ने जाना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

       सब दुर्गड़हा कर के लंका को जलाए तुम

कोरस:-सब दुर्गड़हा कर के लंका को जलाए तुम

M:- सीता की खबर लाए लक्ष्मण को बचाये तुम-2

        प्रिय भरत सरिस तुमको श्री राम ने माना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

     जब राम नाम तुमने पाया ना नगिने मे

कोरस:-जब राम नाम तुमने पाया ना नगिने मे

M:- तुम फाड़ दिए सीना सिया राम थे सीने मे-2

       विस्मित जग ने देखा कपि राम दिवाना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

    है अजर अमर स्वामी तुम हो अंतर्यामी

कोरस:-है अजर अमर स्वामी तुम हो अंतर्यामी

M:- ये दिन हीन चंचल अज्ञानी अभिमानी

     जब तुमने नजर फेरी फिर कौन ठिकाना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है-2

M:- हनुमान के चरणो मे एक फूल चढ़ाना है

कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है

M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है-2

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