M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:- हनुमान के चरणो मे एक फूल चढ़ाना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
जब बाल रूप मे प्रभु सूरज को निगल डाले
कोरस:-जब बाल रूप मे प्रभु सूरज को निगल डाले
M:-अभिमानी सूरपति का सब दरप मसल डाले-2
बजरंग हुए तब से संसार ने जाना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
सब दुर्गड़हा कर के लंका को जलाए तुम
कोरस:-सब दुर्गड़हा कर के लंका को जलाए तुम
M:- सीता की खबर लाए लक्ष्मण को बचाये तुम-2
प्रिय भरत सरिस तुमको श्री राम ने माना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
जब राम नाम तुमने पाया ना नगिने मे
कोरस:-जब राम नाम तुमने पाया ना नगिने मे
M:- तुम फाड़ दिए सीना सिया राम थे सीने मे-2
विस्मित जग ने देखा कपि राम दिवाना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
है अजर अमर स्वामी तुम हो अंतर्यामी
कोरस:-है अजर अमर स्वामी तुम हो अंतर्यामी
M:- ये दिन हीन चंचल अज्ञानी अभिमानी
जब तुमने नजर फेरी फिर कौन ठिकाना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है-2
M:- हनुमान के चरणो मे एक फूल चढ़ाना है
कोरस:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है
M:-ना स्वर है ना सरगम हैना लय ना तराना है-2
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।