F:- कान्हा क्यों बैठे हो खोये मुरली की धुन में
ये मुरली तो मेरी सोत बन बैठी है
M:- राधे में तुम संग नहीं बोलुंगा
F:- चलो में हार गयी कान्हा लो मुरली मुखं से लगा लो कान्हा
F:- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
कोरस :- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
F:- में दुनिया को में दुनिया को में दुनिया को लुक छुप आयी ना श्याम
काहे को तो रूस के बैठा है
कोरस :- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
F:- हाँ मण दिया ओन विच देर कोई हो गयी
ऊंड ऊंड तेरे ही ख़याला विच खो गयी
कोरस :- ख़याला विच खो गयी ख़याला विच खो गयी
F:- ऊंड ऊंड तेरे ही ख़याला विच खो गयी
कोरस:- ख़याला विच खो गयी ख़याला विच खो गयी
F:- हाँ मण दिया ओन विच देर कोई हो गयी
ऊंड ऊंड तेरे ही ख़याला विच खो गयी
माफ़ कर दे नी गलतिया श्याम
हुन मण जा नी मुरली वाला श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
कोरस :- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
F:- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू रूस के बैठा है
F:- तेरा हाय रुसणा कलेजे उत्थे मारना
जग नु बतावे श्यामा तेरे मेरे प्यार दा
कोरस :- तेरे मेरे प्यार दा श्यामा तेरे प्यार दा
तेरे मेरे प्यार दा श्यामा तेरे प्यार दा
F:- तेरा हाय रुसणा कलेजे उत्थे मारना
जग नु बतावे श्यामा तेरे मेरे प्यार दा
हाँ राधा तेरी तू है मेरा श्याम मेरा होव नहीं तेरे बिना काम
कहाँ तू रूस के बैठा है
कोरस :- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
F:- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू रूस के बैठा है
F:- लगदे हो सोणे जद तुम मुरली बजाते हो
अपनी मुरलिया नु सबनु नचांदे हो
कोरस :- सबनु नचांदे हो सबनु नचांदे हो
सबनु नचांदे हो सबनु नचांदे हो
F:- लगदे हो सोणे जद तुम मुरली बजाते हो
अपनी मुरलिया नु सबनु नचांदे हो
तेरी बंशी विच श्यामा मेरी जान
में हो गया तेरे ते कुरबान कहाँ तू रूस के बैठा है
मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू रूस के बैठा है
कोरस :- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख मोड़ के बैठा है
F:- मुरलिया मुख में लाले श्याम कहाँ तू मुख रूस के बैठा है
कहाँ तू मुख रूस के बैठा है कहाँ तू मुख रूस के बैठा है
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