Current Date: 22 Dec, 2024

मुकुट सिर मोर का (Mukut Sir Mor Ka)

- Dhirendra Krishna Shastri


मुकुट सिर मोर का हिंदी में (Mukut Sir Mor Ka in hindi)

मुकुट सिर मोर का,

मेरे चित चोर का,

दो नैना नैना नैना,

दो नैना सरकार के,

कटीले हैं कटार से ।

 

आजा के भरलु तुझे,

अपनी बाहो में,

आजा छिपा लु तुझे,

अपनी निगाहो में,

दीवानों ने विचार के,

कहा ये पुकार के,

दो नैना सरकार के,

कटीले हैं कटार से ।

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रास बिहारी नहीं,

तुलना तुम्हारी,

तुमसा ना देखा कोई,

पहले अगाडी,

के नुनराए वार के,

के नजरे उतार के,

दो नैना सरकार के,

कटीले हैं कटार से ।

 

प्रेम लजाये तेरी,

बाँकी अदाओं पर,

फुले घटाए तेरी,

तिरछी निगाहो पर,

की सौ चाँद वार के,

दीवाने गए हार के,

दो नैना सरकार के,

कटीले हैं कटार से ।

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मुकुट सिर मोर का,

मेरे चित चोर का,

दो नैना नैना नैना,

दो नैना सरकार के,

कटीले हैं कटार से ।

 

मुकुट सिर मोर का अंग्रेजी में (Mukut Sir Mor Ka in english)

Mukut Sir Mor Ka,

Mere Chit Chor Ka,

Do Naina Naina Naina,

Do Naina Sarkar Ke,

Katile Hain Kataar Se.

 

Aaja Ke Bharlu Tujhe,

Apni Bahon Mein,

Aaja Chhipa Lu Tujhe,

Apni Nigaho Mein,

Deewano Ne Vichar Ke,

Kaha Ye Pukar Ke,

Do Naina Sarkar Ke,

Katile Hain Kataar Se.

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Raas Bihari Nahin,

Tulna Tumhari,

Tumsa Naa Dekha Koi,

Pahle Agadi,

Ke Nunraye Vaar Ke,

Ke Nazare Utar Ke,

Do Naina Sarkar Ke,

Katile Hain Kataar Se.

 

Prem Lajaye Teri,

Banki Adaon Par,

Fule Gataye Teri,

Tirchhi Nigaho Par,

Ki Sau Chand Vaar Ke,

Deewane Gaye Haar Ke,

Do Naina Sarkar Ke,

Katile Hain Kataar Se.

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Mukut Sir Mor Ka,

Mere Chit Chor Ka,

Do Naina Naina Naina,

Do Naina Sarkar Ke,

Katile Hain Kataar Se.

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