Current Date: 24 Nov, 2024

मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सर झुकाना | Mujhe Ras Agaya Hai, Tere Dar Pe Sar Jhukana In Hindi

- Chitra Vichitra Ji Maharaj


मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना हिंदी में (Mujhe Ras Agaya Hai, Tere Dar Pe Sar Jhukana In Hindi)


मुझे रास आ गया है,

तेरे दर पे सर झुकाना ।

तुझे मिल गया पुजारी,

मुझे मिल गया ठिकाना ॥

मुझे कौन जानता था,

तेरी बंदगी से पहले ।

तेरी याद ने बना दी,

मेरी ज़िन्दगी फ़साना ॥

 

मुझे इसका गम नहीं है,

की बदल गया ज़माना ।

मेरी ज़िन्दगी के मालिक,

कहीं तुम बदल न जाना ॥

 

यह सर वो सर नहीं है,

जिसे रख दूँ फिर उठा लूं ।

जब चढ़ गया चरण में,

आता नहीं उठाना ॥

 

तेरी सांवरी सी सुरत,

मेरे मन में बस गयी है ।

ऐ सांवरे सलोने,

अब और ना सताना ॥

 

दुनियां की खा के ठोकर,

मैं आया तेरे द्वारे ।

मेरे मुरली वाले मोहन,

अब और ना सताना ॥

 

मेरी आरजु यही है,

दम निकले तेरे दर पे ।

अभी सांस चल रही है,

कहीं तुम चले ना जाना ॥


मुझे रास आ गया है, तेरे दर पे सर झुकाना अंग्रेजी में (Mujhe Ras Agaya Hai, Tere Dar Pe Sar Jhukana In English)

Mujhe Ras Aa Gaya Hai,

Tere Dar Pe Sar Jhukana ।

Tujhe Mil Gaya Pujari,

Mujhe Mil Gaya Thikana ॥

Mujhe Kaun Janta Tha,

Teri Bandagi Se Pahale ।

Teri Yad Ne Bana Di,

Meri Zindagi Fasana ॥

 

Mujhe Iska Gam Nahin Hai,

Ki Badal Gaya Zamana ।

Meri Zindagi Ke Malik,

Kahin Tum Badal Na Jana ॥

 

Yah Sar Vo Sar Nahin Hai,

Jise Rakh Dun Phir Utha Lun ।

Jab Chadh Gaya Charan Mein,

Ata Nahin Uthana ॥

 

Teri Sanwari Si Surat,

Mere Man Mein Bas Gayi Hai ।

Ai Sanware Salone,

Ab Aur Na Satana ॥

 

Duniyan Ki Kha Ke Thokar,

Main Aya Tere Dware ।

Mere Murli Vale Mohan,

Ab Aur Na Satana ॥

 

Meri Arju Yahi Hai,

Dam Nikle Tere Dar Pe ।

Abhi sans Chal Rahi Hai,

Kahin Tum Chale Na Jana ॥

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