Current Date: 18 Nov, 2024

मेरी नैया में लक्ष्मण राम

- देवेंद्र पाठक


डगमगाएं नैयाँ धीरे बहो सरयू मैया
हो मेरी नैयाँ में
मेरी नैयाँ में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो

उछल उछल मत मारो हिलकोरे
देखी उछाल मेरो मनवा डोले
मेरी नैयाँ में चारो धाम हे सरयू मैया धीरे बहो
मेरी नैयाँ में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो

टूटी फूटी काठ की नैयाँ
तुम बिन नैयाँ के कौन खवइयाँ
मेरी नैया है बीच मझधार हे सरयू मैया धीरे बहो
मेरी नैयाँ में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो

दीन दुखी के तुम रखवाले
दुष्टो को भी तारने वाले
आज आये हैं
आज आएं हैं प्रभु जी मेरे धाम
मेरी नैयाँ में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो
डगमगाएं नैयाँ धीरे बहो सरयू मैया
हो मेरी नैयाँ में
मेरी नैयाँ में लक्ष्मण राम हे सरयू मैया धीरे बहो

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