मेरी लगी श्यामसंग
मेरी लगी ,मेरी लगी,मेरी लगी
श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
F:-क्या जाने कोईक्याजाने,
कोरस:-क्या जाने कोईक्याजाने,
F:-मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
F:-छवि लखी मैने श्याम कि जब से भई बाबरी
मै तो तब से बाँधी प्रेम की डोर मोहन से
नाता तोड़ा मैने जग से ये कैसी, ये कैसी
ये कैसी पागल प्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
F:-मोहन की सुंदर सूरतिया
मन मे बस गई मोहनी मूरतिया
लोग कहे मै भई बाबरिया
हो जाऊ अब तेरी रे सावरियाँ
ये कैसी,ये कैसीये कैसी
निगोडी प्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
हरदम अब तो मस्तानी लोक लाज दिनी बिसरानी
रूप रासअंग अंग समानी हैरत हैरत रहूँ दिवानी
मै तो गाऊँ,मै तो गाऊँ,मै तो गाऊँ
खुशी के गीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
मै प्रेम नगर की बनजारन जप तप और साधन
क्या जाने हम श्याम के नाम कि दिवानी रत नेम
के बंधन क्या जाने, हम बृज की घोर गावारनिया
हम बृज की घोर गावारनिया,हम ज्ञान की उलझन
क्या जाने, हम ज्ञान की उलझन ये प्रेम की बातें
है ऊधौ, ये प्रेम की बातें है ऊधौ कोई क्या समझे
कोई क्या जाने, कोई क्या समझेकोई क्या जाने
मेरे और मोहन की बातें, मेरे और मोहन की बातें
या मै जानू या वो जाने, या मै जानू या वो जाने
F:- क्या जाने, कोई क्या जाने
कोरस:-क्या जाने, कोई क्या जाने
F:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
घर तजू वन तजू नागर नगर तजू
सखी घर तजू वन तजू नागर नगर तजू
ए बंसी वट तट तजू काहू कै ना लाज हौं
ए बंसी वट तट तजू काहू कै ना लाज हौं
गृह तजू देह तजू, गृह तजू देह तजू अरे
नेह कहो कैसे तजू आज सारे राज बीच
ऐसे साझी साझी हो ये बाबरा भयो है
लोग बाबरे कहे मोको सखी बाबरी कहे
सखी बाबरी कहे ते मैनू काहू न बरजियो
सखी बाबरी कहे ते मैनू काहू न बरजियो
कहे या सुनया तजू, बाप और भईया तजू
कहे या सुनया तजू, बाप और भईया तजू
गईया तजू मैया पे कन्हैया नही तजी हौं
गईया तजू मैया पे कन्हैया नही तजी हौं
F:-क्या जाने, कोई क्या जाने
कोरस:-क्या जाने, कोई क्या जाने
F:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:-मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
श्याम तन श्याम मन , श्याम है हमारो धन
सखी श्याम तन श्याम मन , श्याम है हमारो धन
आठो याम ऊधौ हमे श्याम ही सु काम है
आठो याम ऊधौ हमे श्याम ही सु काम है
श्याम ही श्याम प्रिय, श्याम ही श्याम प्रिय
श्याम बिनू ना ही जिये आँधी की सी लाकडी
आधार श्याम नाम है,आँधी की सी लाकडी
आधार श्याम नाम है श्याम गति श्याम मति
श्याम ही है प्राण पति ,श्याम गति श्याम मति
श्याम ही है प्राण पति श्याम सुखदाई सुबहलाई
आठो याम है, श्याम सुखदाई सुबहलाई
आठो याम है,ऊधौ तुम भाई भौरे पाती लेके
आए दौरे ऊधौ तुम भाई भौरे पाती लेकेआए
दौरे हम योग कहा राखे यहां रोम रोमश्याम है
हम योग कहा राखे यहां रोम रोम श्याम है
F:-क्या जाने, कोई क्या जाने
कोरस:-क्या जाने, कोई क्या जाने
F:- मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
कोरस:- मेरी लगी,श्याम संगप्रीत ये दुनिया क्या जाने
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