सभी के सहारे मेरे श्याम प्यारे
दिया है मुझे भी तूने ही नाम
सच कहु सव्रे मेरे श्याम
तेरा में गुलाम हो गया
जबसे मिला है ये तेरा द्वारा दुनिया मेरी बदल गयी
बदल गयी है ये जिंदगी किस्मत मेरी सवर गयी
तेरी कृपा का ये तो असर है
सावरे बन गए मेरे काम
तेरा में गुलाम ..................
बनाना तू जाने निभाना तू जाने बाबा यु तो तेरा शोर है
यहाँ से वह सब कहते है दाता तुमसे न कोई और है
कभी न जहां में वो घबराये
बाबा रे जिसको भी ले तू थाम
तेरा में गुलाम ..................
ये मेरी शोहरत तेरी बदौलत तुझको ही अर्पण ये जीवन
तेरे चरणों की करता हूँ पूजा करता रहूँगा में तेरा सिमरन
मुकेश शर्मा तो पीता है निशदिन
नाम का तेरे ही अब तो जाम
तेरा में गुलाम ..................
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