Current Date: 18 Dec, 2024

मेरे दिल में बाबा

- संजय मित्तल जी।


मेरे दिल में बाबा,
बस तेरा बसेरा हो,
भटकू, भटकू नहीं इस जग में,
चरणों में ही डेरा हो,
मेरे दिल में बाबा।।

मानव का ये जीवन,
मुश्किल से मिलता है,
सत संग भजन का सुमन,
मुश्किल से खिलता है,
भजन की बगिया ही,
मेरा रेन बसेरा हो,
भटकू, भटकू नहीं इस जग में,
चरणों में ही डेरा हो,
मेरे दिल मे बाबा।।

रंगो में रंग तेरा,
प्रभु सबसे प्यारा है,
जो रंग गया इस रंग में,
उसके पोबारा है,
रंगरेज मुझे रंग दे,
जो प्रिय रंग तेरा हो,
भटकू, भटकू नहीं इस जग में,
चरणों में ही डेरा हो,
मेरे दिल मे बाबा।।

तेरी पूजा समझ जग से,
मैंने प्रेम किया भगवन,
‘नंदू’ जब आँख खुली,
झूठे थे वो बंधन,
मुझे बांध लो तुम ऐसे,
यहीं साँझ साँवेरा हो,
भटकू, भटकू नहीं इस जग में,
चरणों में ही डेरा हो,
मेरे दिल मे बाबा।।

मेरे दिल में बाबा,
बस तेरे बसेरा हो,
भटकू, भटकू नहीं इस जग में,
चरणों में ही डेरा हो,
मेरे दिल में बाबा।।

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