M:- मत जा रे सावरिया तू मथुरा मत जा रे सावरिया तू मथुरा
तेरी राधा रो रो पुकारे तेरी राधा रो रो पुकारे
कोरस :- तेरी राधा रो रो पुकारे तेरी राधा रो रो पुकारे
तुम्ही हो मेरे साँझ सवेरे तुम्ही हो मेरे साँझ सवेरे
कोरस :- तेरी राधा रो रो पुकारे तेरी राधा रो रो पुकारे
1.
M:- ये वंसी वट और ये कुञ्ज गालिया -2
सुना है वृन्दावन ये तुझ बिन कन्हैया-2
आके निधिवन में रास रचा रे -2
तेरे कदम्ब भी अब न लगते प्यारे
कोरस :- मत जा रे सावरिया तू मथुरा
कोरस :- तेरी राधा रो रो पुकारे
2.
M:- और ना हम जियेंगे ना तुम जी सकोगे-2
ये खुशियों के मौसम ना फिर मिल सकेंगे -2
मत ना ऐसे ना तू नजरे चुरा रे-2
आजा यमुना पर गैया चराये
कोरस :- मत जा रे सावरिया तू मथुरा
कोरस :- तेरी राधा रो रो पुकारे
3.
M:- ओ गोविन्द गिरधर मोहन छलीया-2
जब जाना ही है तो फिर पकड़ो क्यों बाइयाँ -2
हनी भी अब तो कैसे जिए रे -2
तेरी दुरी से मीठा तो मिश्री
मत जा रे सावरिया तू मथुरा -2
कोरस :- तेरी राधा रो रो पुकारे -2
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