हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व है। लगभग हर महीने कोई न कोई अमावस्या आती है, जिसमें से मार्गशीर्ष अमावस्या बहुत ही शुभ होती है, जिसे अगहन अमावस्या कहा जाता है, इस अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए स्नान करना बहुत उत्तम माना जाता है। परिणाम प्राप्त होते हैं. इस वर्ष अमावस्या कब है और इसकी विधि क्या है?
कब है अमावस्या
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष अमावस्या 12 दिसंबर 2023 को शाम 6:25 बजे शुरू होगी और 13 दिसंबर 2023 को सुबह 5:03 बजे समाप्त होगी. इसके अनुसार 12 दिसंबर को अमावस्या पड़ेगी, इस दिन गंगा स्नान और दान करना शुभ होता है।
पूजा विधि
मार्गशीर्ष अमावस्या पितरों के तर्पण के लिए बहुत महत्व रखती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन लोग नदी में स्नान करते हैं। कहा जाता है कि भगवान सूर्य को अर्ध्य देने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और बहते जल में तिल प्रवाहित करते हैं और गायत्री मंत्र का जाप करते हैं।
इसके अलावा पारिवारिक परंपरा के अनुसार भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा करें, नदी के किनारे अपने पूर्वजों की मुक्ति के लिए प्रार्थना करें, इस दिन व्रत करने वालों को भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही गरीब ब्राह्मणों को भोजन कराने से परिवार में समृद्धि आती है। इसके साथ ही इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनने की भी मान्यता है।
महत्व
हिंदू पंचाग में पड़ने वाले हर अमावस्या की तरह मार्गशीर्ष अमावस्या में भी पितरों को तर्पण देने का विधान है. ऐसा करने से आपके पिता की आत्मा को शांति मिलेगी. इससे उनका आशीर्वाद मिलता है. इसके अलावा पिंडदान करने और व्रत रखने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। अमावस्या का व्रत करने से भगवान सूर्य भी प्रसन्न होते हैं और लोगों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
मार्गशीर्ष अमावस्या पर किए जाने वाले उपाय
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन व्रत किया जाता है ।
- इस दिन सूर्य उगने से पहले उठकर स्नान किया जाता है ।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन के पितरों लिए पूजा और दान करना चाहिए।
- इस दिन तुलसी की पूजा करने से सुख सौभाग्य प्राप्त होता है।
- मार्च महीने में मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन शंख की पूजा करने से उत्तम लाभ प्राप्त होता है।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन नकारात्मकता से बचने के लिए हनुमान मंदिर जाना चाहिए।
- मन और शरीर की पवित्रता बनाए रखनी चाहिए।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के लोगों को भोजन कराना फलदाई होता है।
मार्गशीर्ष की अमावस्या के दिन ध्यान देने योग्य बातें
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन श्मशान घाट पर नहीं जाना चाहिए क्योंकि बुरी शक्तियां जागृत होती हैं।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन देर तक नहीं सोना चाहिए।
- इस दिन दंपतियों को संयम और ब्रम्हचर्य का पालन करना चाहिए।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ को शनिवार के इलावा किसी भी दिन नहीं छूना चाहिए।
- इस दिन मांसाहारी खान का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- इस दिन बाल नहीं काटने चाहिए।
- मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन दाढ़ी बनाने या नाखून काटने की भी मनाही होती है ।
अगर आपको यह भजन अच्छा लगा हो तो कृपया इसे अन्य लोगो तक साझा करें।