मानव तू है मुसाफिर हिंदी में (Manav Tu Hai Musafir In Hindi)
मानव तू है मुसाफिर,
दुनियाँ है धर्मशाला,
मानव तू है मुसाफ़िर,
दुनिया है धर्मशाला।
संसार क्या है सपना,
वो भी अजब निराला,
(मानव तू है मुसाफिर,
दुनियाँ है धर्मशाला )
साधना सरगम और सारिका कपूर जी द्वारा गाया गया सबसे सुन्दर भजन: तेरी पनाह में हमे रखना
ये रैन है बसेरा,
है किराए का ये डेरा,
उसमे फँसा है ये फेरा,
ये तेरा है ये मेरा,
शीशे को मान बैठा,
तू मोतियों की माला,
संसार क्या है सपना,
वो भी अजब निराला,
(मानव तू है मुसाफिर,
दुनियाँ है धर्मशाला )
जनमों का पुण्य संचित,
नर देह तूने पाया,
कंचन और कामिनी ने,
इसे व्यर्थ ही गँवाया,
कौड़ी के मौल तूने,
हीरे को बेच डाला,
संसार क्या है सपना,
वो भी अजब निराला,
(मानव तू है मुसाफिर,
दुनियाँ है धर्मशाला )
इस भजन से सुबह सुबह मिलती है मन को शांति: एक तू ही भरोसा
नश्वर है तन का ढाँचा,
बालू की भीत काँचा,
ऋषियों ने परखा जाँचा,
बस राम नाम साँचा,
झटके तू पी शिकारी,
सिया राम नाम प्याला,
संसार क्या है सपना,
वो भी अजब निराला,
(मानव तू है मुसाफिर,
दुनियाँ है धर्मशाला )
मानव तू है मुसाफिर अंग्रेजी में (Manav Tu Hai Musafir In English)
Maanav Tu Hai Musaaphir,
Duniyaan Hai Dharmashaala,
Maanav Tu Hai Musaafir,
Duniya Hai Dharmashaala.
Sansaar Kya Hai Sapana,
Vo Bhi Ajab Niraala,
(Maanav Tu Hai Musaaphir,
Duniyaan Hai Dharmashaala )
Beautiful Bhajan sung by Sadhna Sargam and Sarika Kapoor ji: Teri Panaah Mein Hame Rakhna
Ye Rain Hai Basera,
Hai Kirae Ka Ye Dera,
Usame Phansa Hai Ye Phera,
Ye Tera Hai Ye Mera,
Shishe Ko Maan Baitha,
Tu Motiyon Ki Maala,
Sansaar Kya Hai Sapana,
Vo Bhi Ajab Niraala,
(Maanav Tu Hai Musaaphir,
Duniyaan Hai Dharmashaala )
Janamon Ka Puny Sanchit,
Nar Deh Tune Paaya,
Kanchan Aur Kaamini Ne,
Ise Vyarth Hi Ganvaaya,
Kaudi Ke Maul Tune,
Hire Ko Bech Daala,
Sansaar Kya Hai Sapana,
Vo Bhi Ajab Niraala,
(Maanav Tu Hai Musaaphir,
Duniyaan Hai Dharmashaala )
This hymn gives peace to the mind in the morning: Ek Tu Hi Bharosa
Nashvar Hai Tan Ka Dhaancha,
Baalu Ki Bhit Kaancha,
Rshiyon Ne Parakha Jaancha,
Bas Raam Naam Saancha,
Jhatake Tu Pi Shikaari,
Siya Raam Naam Pyaala,
Sansaar Kya Hai Sapana,
Vo Bhi Ajab Niraala,
(Maanav Tu Hai Musaaphir,
और भी मनमोहक भजन, आरती, वंदना, चालीसा, स्तुति :-
- राम को मांग ले मेरे प्यारे
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- आज मिथिला नगरिया निहाल सखियाँ
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Duniyaan Hai Dharmashaala )
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