Current Date: 17 Nov, 2024

मैया की जोत जली रे

- Avinash Karn & Tara Devi


कोरस :-    जय जय जय जय जय जय अंबे मां, जय जय जय दुर्गे मां ,जय जय जय जय मां
M:-    जली जली रे मैया की जोत जली रे रे मैया की जोत जली रे रे-2
    जिसने किया तेरा ध्यान उसका रखा तूने मान
    सारी चिंताएं मन से चली रे रे चली रे रे  टली रे
F:-    जली जली रे मैया की जोत जली रे  -2
    जिसने किया तेरा ध्यान उसका रखा तूने मान
    सारी चिंताएं मन से चली रे  टली रे
कोरस :-    जली जली रे मैया की जोत जली रे
    जली जली रे मैया की जोत जली रे
    आआआआआआआआआआ.....................
M:-    कभी मनसा रूप बनाए बनाए
    कभी चंडी रूप तू धारे 
F:-    कभी मनसा रूप बनाए
    कभी चंडी रूप तू धारे 
    कई रूप में आके ,
    हर संकट से तारे 
    खिली भक्तों के मन की कली रे
F:-    जली जली रे मैया की जोत जली रे
    जिसने किया तेरा ध्यान उसका रखा तूने मान
    सारी चिंताएं मन से  टली रे
    जली जली रे मैया की जोत जली रे-2
कोरस :-    जय जय जय जय जय जय अंबे मां जय जय जय दुर्गे मां जय जय जय मां
F:-    पर्वत पर मां तू विराजे विराजे तू विराजे तेरी पायल छम छम बाजे
M:-    पर्वत पर मां तू विराजे तेरी पायल छम छम बाजे
    कहे चूड़ियों के हाथ , तेरी कृपा से मात
     सारी दुनिया है फुली और फली रे रे
M:-     जली जली रे मैया की जोत जली रे-2
    जिसने किया तेरा ध्यान उसका तूने रखा मान
    सारी चिंताएं मन से  टली रे
कोरस :-    जली जली रे मैया की जोत जली रे-3
 

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