Current Date: 17 Nov, 2024

में हु पागल प्रेम दीवानी

- Tara Devi


ना में राधा ना में मीरा ना में सुदामा जैसी हूँ 
मैं हूँ पागल प्रेम दीवानी मत पूछो में किसी हूँ 

कौन हूँ में और क्या है दुनिया मुझे रहा कुछ होश नहीं 
मैं पगली हूँ श्याम नाम की मेरा है कोई दोष नहीं 
कोई मुझको कुछ भी बोले मैं ऐसी या वैसी हूँ 
मैं हूँ पागल प्रेम दीवानी..............................

श्याम नाम के दिव्य रतन से मन की तिजोरी भरली है 
डूब के मैंने श्याम सुधा में चाहत पूरी करली  है 
जैसे चाहे श्याम हमारा है में बिलकुल वैसी हूँ 
मैं हूँ पागल प्रेम दीवानी............................

श्याम के रंग में भीग चुकी है कोई रही अब चाह नहीं 
साँस चले या थम जाये अब मुझे कोई परवाह नहीं 
श्याम सरोवर में मिलने की बहती नदिया जैसी हूँ 
 

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