Current Date: 18 Nov, 2024

माँ की भक्ति

- Neha Jammu


F:-        सोचा बीच दूबरे से सोचा बीच मुकरे से भक्ता की भक्ति माँ रास आ गई 
सोचा बीच दूबरे से सोचा बीच मुकरे से भक्ता की भक्ति माँ रास आ गई 
जग दी है रात इक्कठे हए सारे कर शेर दी सवारी बेखो माँ भी आ गई 
जग दी है रात इक्कठे हए सारे कर शेर दी सवारी बेखो माँ भी आ गई 

F:-        तेरे दर आइया चिठियाँ मिलिया ओना न्यू होनिया 
जीना भक्ता दो सच्चे दिल ने नाम जपिया 
तेरे दिते मौक़ा नू जो अवइयें ना गवारा के रख दे 
हुना भक्ता दा तू तो सदा मान राखिया 
बुला बकशायी माये गले नाल लायी आज माँगन में तेरे कोलो ख़ास आ गई 
जग दी है रात इक्कठे हए सारे कर शेर दी सवारी बेखो माँ भी आ गई 

F:-        तेरी महिमा नू देख के झुकादा है जग सारा 
लाल चुनी माये भक्ता दे मथ बनिया 
उंचियाँ नू तारे लमिये तू सुन ली पुकार होना दी 
माँ वा हुंडिया नई जग जीना दुःख दिन दिया 
साणु लाड माँ लड़ाई खेर चोली पायी दुःख कहने में तनु कोई ख़ास आ गई 
जग दी है रात इक्कठे हए सारे कर शेर दी सवारी बेखो माँ भी आ गई 

F:-        रोके जाहिए बच्चियां नू तू गाल नाल लाले अमिये
हो दा जग बीच होना नहीं कोई तेरे तो सिवा 
हो लिखा दा भेटा तेरियां  तेरे गुणगान कर दा 
ओढे सर तू राखी ममता दी छान 
नेहा तनु माँ मनोदि गीत तेरे गोंदी बन चरण बीच वो तो तेरी दास आ गई 
 जग दी है रात इक्कठे हए सारे कर शेर दी सवारी बेखो माँ भी आ गई 

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