M:- अयोध्या जो तीनो लोक से भी न्यारा है भगवान् भी तो यही कहते है यदपि सब बैंकुठ बखाने अवध पूरी सम प्रिय नहीं कोई की मुझे बैंकुठ से भी ज्यादा प्यारी है मेरी अयोध्या आइये प्रभु से माँगते है की एक बार अपने अयोध्या का दर्शन हमें भी करा दे
M:- ले चल अपनी नगरिया अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- ले चल अपनी नगरिया अवध बिहारी सांवरिया
M:- ले चल अपनी नगरिया अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- अवध बिहारी सांवरिया
M:- सरजू के तीर अयोध्या नगरी
कोरस :- सरजू के तीर अयोध्या नगरी
M:- सरजू के तीर अयोध्या नगरी
संत भरे जहाँ गागरिया
कोरस :- संत भरे जहाँ गागरिया
M:- अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- संत भरे जहाँ गागरिया
M:- ले चल अपने नगरिया
कोरस :- ले चल अपने नगरिया
M:- अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- अवध बिहारी सांवरिया
M:- कनक भवन सिया रघुपति राजे
कोरस :- कनक भवन सिया रघुपति राजे
M:- चरण अंजनी लाल विराजे
कोरस :- चरण अंजनी लाल विराजे
M:- देख भई मै बाबरिया
कोरस :- देख भई मै बाबरिया
M:- अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- अवध बिहारी सांवरिया
M:- ले चल अपने नगरिया
कोरस :- ले चल अपने नगरिया
M:- अवध बिहारी सांवरिया
कोरस :- अवध बिहारी सांवरिया -2
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