Current Date: 20 Nov, 2024

लक्ष्मी जी की आरती

- Mishra Bandhu


M:-    ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
    तुमको निशदिन सेवत तुमको को निशदिन
    सेवत हरि विष्णु विधाता
कोरस :-     ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
    तुमको निशदिन सेवत तुमको को निशदिन
    सेवत हरि विष्णु विधाता
    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    उमा, रमा, ब्रह्माणी
    तुम ही जग-माता
कोरस :-     मैया तुम ही जग-माता
M:-    सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत
    सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत
    नारद ऋषि गाता
कोरस :-    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    दुर्गा रूप निरंजनी
    सुख सम्पत्ति दाता
कोरस :-     सुख सम्पत्ति दाता
M:-    जो कोई तुमको ध्यावत
    जो कोई तुमको ध्यावत
    ऋद्धि-सिद्धि धन पाता
कोरस :-    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    तुम पाताल-निवासिनि
    तुम ही शुभदाता
कोरस :-     मैया तुम ही शुभदाता
M:-    कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी
    कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी
    भवनिधि की त्राता
कोरस :-     ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    जिस घर में तुम रहतीं
    सब सद्गुण आता
कोरस :-     मैया सब सद्गुण आता
M:-    सब सम्भव हो जाता
    सब सम्भव हो जाता
    मन नहीं घबराता
कोरस :-     ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    तुम बिन यज्ञ न होते
    वस्त्र न कोई पाता
कोरस :-     मैया वस्त्र न कोई पाता
M:-    खान-पान का वैभव
    खान-पान का वैभव
    सब तुमसे आता
कोरस :-    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर
    क्षीरोदधि-जाता
कोरस :-     मैया क्षीरोदधि-जाता
M:-    रत्न चतुर्दश तुम बिन
    रत्न चतुर्दश तुम बिन
    कोई नहीं पाता
कोरस :-    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    महालक्ष्मी जी की आरती 
    जो कोई नर गाता
कोरस :-     मैया जो कोई जन गाता
M:-    सुर आनद समाता
    सुर आनद समाता
    पाप उतर जाता 
    ॐ जय लक्ष्मी माता
कोरस :-     ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता
    तुमको निशदिन सेवत तुमको को निशदिन
    सेवत हरि विष्णु विधाता
    ॐ जय लक्ष्मी माता

M:-    महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
    हरि प्रिये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
    हरि प्रिये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
    हरि प्रिये नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥

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