लाल ध्वजा लहराए रे लिरिक्स हिंदी में (Lal Dhawja Lehraye Re Lyrics in Hindi)
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
सब संकट मिट जाए रे सब संकट मिट जाए रे ओ घर से ओ मित्रा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
जिस घर पे ये द्व्जा लहराए
वाहा पे खुशिया ही खुशिया आये
उस घर से मिट जाए रे फिर तंगी का फिकरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
बजरंग बली की ध्वजा निराली
भाग जाग गये जिस ने लगा ली
खूब किरपा बरसाए रे मिट जाए रे फिकरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
अष्ट सीधी नव निधि के दाता
सब पे किरपा खूब लुटाता
शिभु मौज उडाये रे ध्वजा लगा के शिखरा
लाल द्व्जा लहराए रे जिस घर के ओ शिखरा
लाल ध्वजा लहराए रे लिरिक्स अंग्रेजी में (Lal Dhawja Lehraye Re Lyrics in English)
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
sab sankat mit jaae re sab sankat mit jaae re o ghar se o mitraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
jis ghar pe ye dvja laharaae
vaaha pe khushiya hi khushiya aaye
us ghar se mit jaae re phir tangi ka phikaraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
bajarang bali ki dhavaja niraalee
bhaag jaag gaye jis ne laga lee
khoob kirapa barasaae re mit jaae re phikaraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
asht seedhi nav nidhi ke daataa
sab pe kirapa khoob lutaataa
shibhu mauj udaaye re dhavaja laga ke shikharaa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
sab sankat mit jaae re sab sankat mit jaae re o ghar se o mitraa
laal dvja laharaae re jis ghar ke o shikharaa
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