कुलदेवी की पूजा,
जो करता है दिन रात,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात।।
तर्ज – सावन का महीना।
हर एक भगत की,
कुलदेवी होती है,
जिसके ही नाम से जलती,
घर में ये ज्योति है,
दुनिया पीछे चलती,
जब कुलदेवी हो साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात।।
मैया कृपालु है ये,
बड़ी भोली भाली,
यही तो है माँ गौरा,
यही है माँ काली,
रूप अनेको पूजो,
पर कुलदेवी के साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात।।
मेरी गढ़ी महासर मैया,
साथ मेरे चलती,
भूल जाए उनको गर हम,
ये हमारी गलती,
‘मित्तल’ हरदम तो,
मैया ही रहती साथ,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात।।
कुलदेवी की पूजा,
जो करता है दिन रात,
उसके जीवन में होती है,
खुशियों की बरसात।।
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